चास : सिख दंगा पीड़ितों को मुआवजा दिलाने के लिए चास गुरुद्वारा कमेटी छह वर्षों से संघर्ष कर रही है. इसके बाद बोकारो डीसी व राज्य सरकार द्वारा मांगों पर विचार किया गया. ऐसे भी इन मांगों को दिलाने में भू राजस्व मंत्री अमर बाउरी ने सक्रिय योगदान दिया. इसके लिए गुरुद्वारा प्रंबध कमेटी श्री […]
चास : सिख दंगा पीड़ितों को मुआवजा दिलाने के लिए चास गुरुद्वारा कमेटी छह वर्षों से संघर्ष कर रही है. इसके बाद बोकारो डीसी व राज्य सरकार द्वारा मांगों पर विचार किया गया. ऐसे भी इन मांगों को दिलाने में भू राजस्व मंत्री अमर बाउरी ने सक्रिय योगदान दिया.
इसके लिए गुरुद्वारा प्रंबध कमेटी श्री बाउरी का आभार व्यक्त करती है. यह कहना है चास गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के महासचिव भवनीत सिंह बिन्द्रा का. वह रविवार को चास गुरूद्वारा में आयोजित प्रेस वार्ता में बोल रहे थे. कहा : सिख दंगा में मारे गये परिवार के सदस्यों को मुआवाजा के रूप में पांच पांच लाख रुपये मिलेगा. यह राशि दो किस्तों में मिलेगी. इसके लिए तीन करोड़ 50 लाख रुपये राज्य सरकार की ओर से आवंटित किया गया है. प्रथम किस्त का भुगतान मार्च में ही होगा. दूसरा किस्त अप्रैल में मिलेगा. छह वर्षों से महिलाओं का पेंशन बंद है. कमेटी के प्रयास से पेंशन मद में 25 लाख 80 हजार रुपये आवंटित कराया गया है. सरकार की ओर से दंगा पीड़ितों को पुनर्वास पैकेज देने की योजना है.
इसके लिए मुख्य सचिव के निर्देश पर बोकारो डीसी ने छह सदस्यीय कमेटी गठित की. कमेटी गठित 21 दिनों के अंदर रिपोर्ट देगी. इसमें हकदारों को दो दो लाख रुपये संपत्ति व वाणिज्य औद्योगिक बीमा रहित संपत्ति का आकलन कर गठित टीम द्वारा रिपोर्ट दी जायेगी. इसके बाद जिला प्रशासन व राज्य सरकार द्वारा पुनर्वास पैकेज के पक्ष में फैसला लिया जायेगा. दंगा पीड़ितों की मदद के लिए चास गुरुद्वारा कमेटी द्वारा भी 12 सदस्यीय एक कमेटी गठित की गयी है. इसमें महासचिव भवनीत सिंह बिन्द्रा, उप प्रधान अरविंदर सिंह भाटिया, कोषाध्यक्ष रसपाल सिंह मुल्ला, सलाहकार वीर सिंह, बलवीर सिंह, देवेंद्र सिंह गिल, सुरजीत सिंह परमार, कुलदीप सिंह, सेवादर जोगिंदर सिंह, नरेंद्र सिंह, जगदेव सिंह आदि को रखा गया है.