बोकारो: चास नगर परिषद में हो रहे विकास कार्यो को लेकर जेवीएम आपस में उलझ कर रह गया है. एक गुट विकास कार्यो में अनियमितता की बात कर जांच कराने के लिए नगर परिषद पर दबाव बना रहा है, तो वहीं दूसरा गुट अपने ही कार्यकर्ता पर विकास कार्य में रुकावट और रंगदारी वसूलने की शिकायत पुलिस से कर रहा है. वहीं दोनों गुट जेवीएम के जिलाध्यक्ष जयदेव राय मिलकर उनपर एक दूसरे पर कार्रवाई करने का दबाव बना रहा है. इस गुत्थम-गुत्थी के बाद पार्टी के कार्यकर्ता आपस की शिकायत इधर-उधर करते नजर आ रहे हैं. पर सीधे तौर पर पूछे जाने पर कोई भी कार्यकर्ता जवाब देने से बच रहा है. कुल मिला कर लोगों में चर्चा है कि नगरपरिषद के काम में कमीशन को लेकर जेवीएम कार्यकर्ताओं के बीच हाय-तौबा मची हुई है.
थाने में गया मामला
चास, बबनिया गली में बन रहे पीसीसी पथ के काम को लेकर जेवीएम के जिला प्रवक्ता बनमाली दत्ता, अश्विनी झा, अनुप त्रिपाठी ने नगर परिषद के कार्यालय में मौखिक शिकायत की कि प्राक्कलन के मुताबिक काम नहीं हो रहा है. बताते चलें कि यह काम संवेदक के रूप में गोपी पाल कर रहे हैं. इस काम में जेवीएम युवा मोरचा के नगर अध्यक्ष अमर स्वर्णकार उनका साथ दे रहे हैं.
शिकायत के बाद नगर परिषद के उपाध्यक्ष अब्दुल वाहिद खान अभियंताओं की एक टीम लेकर मौके पर पहुंचे और जांच की. जांच के लिए कार्यस्थल से बालू, सीमेंट और ईंट लेकर टीम कार्यालय पहुंची. इधर मामला गरम हुआ और संवेदक गोपी पाल ने वनमाली दत्ता पर रंगदारी मांगने की शिकायत थाना में दर्ज करा दी. राजनीति से पूरे मामले को पटा देख चास पुलिस कोई भी कार्रवाई करने से हिचक रही है. इधर कहा जा रहा है कि जेवीएम के युवा मोरचा के जिलाध्यक्ष मनोज राय का पूरा संरक्षण संवेदक और उनका साथ दे रहे अमर स्र्वणकार को मिला हुआ है. इस वजह से मामला चास में काफी चर्चा में है.
अब पंचायत करेंगे जिला अध्यक्ष
दादा की गैरहाजिरी में अपने ही कार्यकर्ताओं के कारण पार्टी की भद पिटते देख जिला अध्यक्ष जयदेवराय इस मामले में हस्तक्षेप करने की तैयारी में हैं. पार्टी सूत्रों की माने तो दोनों पक्ष को मान जाने और आपस में कलह न करने की क्लास लगातार श्री राय ले रहे हैं. वो तैयारी में हैं कि जल्द ही पार्टी की एक पंचायत बुला कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाय. बोकारो विधानसभा क्षेत्र में चास ही एक शहरी क्षेत्र है, जहां राजनीति के मायने हैं. जेवीएम कार्यकर्ता चास क्षेत्र में काफी सक्रिय हैं. इनकी सक्रियता इतनी बढ़ गयी है कि वो आपस में ही हर विकास कार्य में टकराते दिख जाते हैं. बहरहाल पार्टी दादा के स्वस्थ होने से पहले लीपा-पोती में लगी है. पर मामला फिलहाल ठंडा होते नहीं दिख रहा है.