बालीडीह. माराफारी पुनर्वास पंचायत के छतनीटांड़ निवासी बैधनाथ सिंह का पांच वर्षीय पुत्र विक्रम सिंह के सिर का ऑपरेशन हुआ है. उसके इलाज में और पैसों की जरूरत है, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है. इकलौते घर के चिराग के लिए दावं पर लगाने को भी कुछ नहीं है. परिवार झारखंड सरकार के हाउसिंग बोर्ड द्वारा निर्मित वर्षों पुराने जर्जर क्वार्टर में रहता है. बैधनाथ सिंह दिहाड़ी मजदूर है.
कभी काम मिला तो दो वक्त का भोजन पूरा परिवार खाता है, नहीं तो एक वक्त के भोजन को दो वक्त में बांट दिया जाता है. तीन बहनों में विक्रम इकलौता भाई है. दुर्गा पूजा के ठीक पहले उसे बुखार आया. एक निजी नर्सिंग होम में उसका इलाज चला. चिकित्सकों के अनुसार बुखार सिर पर चढ़ गया था. पूजा खत्म होते ही ठीक होकर घर लौटा. कुछ समय बाद उसका बायां हाथ और बायां पैर काम करना बंद कर दिया. बीजीएच में भर्ती कराया गया. वहां से डॉक्टरों ने रिम्स ले जाने की सलाह दी. आर्थिक तंगी के कारण विक्रम तीन दिनों तक घर में पड़ा रहा.
आस-पड़ोस तथा ग्रामीणों से सहयोग लेकर उसे छह जनवरी को रांची रिम्स में भर्ती कराया गया. वहां इलाज चल रहा है चिकित्सकों ने सिर में खून जमा होने की बात कहीं है. सिर के दाहिने भाग में नौ जनवरी को एक ऑपरेशन हो चुका है. आगे के इलाज के लिए परिजनों के पास पैसे नहीं है. नौजवान क्रांति मोरचा के अध्यक्ष अविनाश कु सिंंह ने कार्यकताओं के साथ गांव में चंदा कर करीब 13 हजार रुपये का सहयोग दिया, जो नाकाफी है. बैद्यनाथ सिंह का बोकारो औद्योगिक क्षेत्र युनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया में खाता है. इस खाता संख्या 0513010124027 पर उसकी मदद की जा सकती है.