बोकारो : भारतीय डाकघर ने क्रांतिकारी पहल करते हुए डाकघर से जुड़ी सार्वजनिक सेवा के क्षेत्र में हाइटेक तकनीकों का भरपूर इस्तेमाल किया है. इसका परिणाम है कि ग्रामीण व शहरी नागरिकों के हित में कई आकर्षक योजनाओं की शुरुआत की गयी, जिनके परिणाम आने वाले साल में सार्थक बदलाव के रूप में दिखने लगेगा. […]
बोकारो : भारतीय डाकघर ने क्रांतिकारी पहल करते हुए डाकघर से जुड़ी सार्वजनिक सेवा के क्षेत्र में हाइटेक तकनीकों का भरपूर इस्तेमाल किया है. इसका परिणाम है कि ग्रामीण व शहरी नागरिकों के हित में कई आकर्षक योजनाओं की शुरुआत की गयी, जिनके परिणाम आने वाले साल में सार्थक बदलाव के रूप में दिखने लगेगा.
उक्त बातें सहायक डाक अधीक्षक अमित कुमार ने मंगलवार को प्रभात खबर से खास बातचीत में की. डाकघर की वार्षिक उपलब्धि के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रधान डाकघर सहित पांच उप डाकघरों में बैंकों की तर्ज पर सीबीएस सेवा बहाल की गयी है. कहा : सुकन्या समृद्धि योजना में 31 हजार खाता खोल कर परिक्षेत्र में बोकारो प्रथम स्थान पर रहा है. डाक जीवन बीमा (पीएलआइ) में करीब आठ करोड़ व ग्रामीण डाक जीवन बीमा में 10 करोड़ रुपये का बीमा किया गया है. इसके अलावा तीस हजार नये बचत खाता खोले गये. स्पीड पोस्ट सेवा में भी 80 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है.
रोजगार के अवसर दे रहा डाक विभाग : श्री कुमार ने बताया : आधार आधारित भुगतान प्रणाली व फ्रेंचाइजी के मध्यम से डाक विभाग कई क्षेत्रों में बेरोजगार युवकों को रोजगार उपलब्ध करा रहा है. बीमा क्षेत्र, माइ स्टांप योजना, पार्सल योजना आदि के तहत भी शिक्षित युवकों को एजेंट बना कर सीधे रोजगार उपलब्ध कराये जा रहे हैं. श्री कुमार ने कहा कि विज्ञापन, प्रचार-प्रसार व जागरूकता अभियान पर खर्च कम किये जाने की वजह से डाकघर प्रचारात्मक होड़ में पीछे है, लेकिन फिर भी इसकी पहुंच आज भी घर-घर में है. श्री कुमार ने कहा : डाक विभाग ने ई-काॅमर्स सेवा के लिए नेशनल लेवल पर सात व झारखंड स्तर पर 11 कंपनियों से समझौता किया है. इसके माध्यम से ग्राहक फ्लिपकार्ट, एमेजॉन, स्नैपडील आदि कंपनियों से पोस्ट आफिस के माध्यम से खरीदारी कर सकते हैं.