देशव्यापी हड़ताल : श्रम कानून में प्रस्तावित बदलाव के विरोध में केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने की हड़ताल
बैंक में ताला लटका रहा. बीमा काम ठप रहा. डाक का काम प्रभावित रहा. सड़क से लंबी दूरी की गाड़ियां नदारद रही. नया मोड़ में टायर जला कर आवागमन प्रभावित किया गया. सरकार विरोधी नारे लगे.
उधर, बंदी का बीएसएल पर कुछ असर नहीं हुआ. काम काज आम दिनों के भांति ही चलता रहा. हालांकि, सुबह-सुबह ठेका मजदूरों व बीएसएल कर्मियों को प्लांट के अंदर जाने से रोका गया. बुधवार को बोकारो में श्रम कानून में प्रस्तावित बदलाव के विरोध में 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियन समेत स्थानीय यूनियन की हड़ताल का यही नजारा था. बोकारो जिला की 168 बैंक शाखा, 79 डाक घर व 23 उप डाकघर में कारोबार पूरी तरह प्रभावित रहा.
साथ ही लंबी दूरी की गाड़ी भी सड़क से दूर रही. बंदी के कारण शहर में 250 करोड़ रुपया से ज्यादा का कारोबार प्रभावित हुआ. कारोबारी दिन में बंदी होने से लोगों को काफी परेशानी का भी सामना करना पड़ा.
कई जगह से एटीएम में पैसे की कमी की सूचना मिली. नया मोड़ में सवारी वाहन रोके जाने से स्कूली बच्चों को पैदल ही स्कूल जाना पड़ा. हालांकि स्कूली बस को किसी प्रकार का अवरोध का सामना नहीं करना पड़ा.
अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी संघ, शाखा-02
अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी संघ के बैनर तले सेक्टर-04 स्थित एलआइसी शाखा-02 के बीमाकर्मी हड़ताल पर रहे. शाखा सचिव दिलीप कुमार झा ने कहा : सरकार श्रमिकों को झलने का काम कर रही है.
सरकारी इकाई को प्राइवेट हाथों में देने की कोशिश हो रही है. जितेंद्र पासवान, राजकुमार सिंह, विनोद दास, सुखदेव, बिजली राय, कमलदेव, लालजी दुबे, मदन मांझी, मनजी पांडेय, श्रवणलाल वेगी, जवाहर रविदास, अरविंद मिश्र, संजीव मोहन समेत कई मौजूद थे.
आयकर कर्मचारी महासंघ
सेक्टर-1/सी स्थित आयकर कार्यालय में आयकर कर्मचारी महासंघ व आयकर राजपत्रित अधिकारी संघ के बैनर तले आयकर कर्मी ने कामकाज ठप रखा. सरकारी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की. अध्यक्ष- कर्मचारी महासंघ एसएन चौधरी, सचिव- हेमलाल सोरेन, कमलेश कुमार सिन्हा, अनेश्वर महतो, वीरेंद्र कुमार, शंभु कुमार, सतीश सिंह समेत कई अधिकारी व कर्मी मौजूद थे.
बीएसएसआरयू ने निकाली रैली
बीएसएसआरयू के बैनर तले मेडिकल व सेल्स रिप्रेजेन्टेटिव्स ने को- ऑपरेटिव कॉलोनी में रैली निकाली. सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की. अध्यक्ष सूर्यदव कुमार ने कहा : सरकार मजदूरों को बंधुआ बनाने की दिशा में प्रयास कर रही है. ऐसे मंसूबों को कभी पूरा नहीं होने दिया जायेगा. श्रम कानून में संशोधन कर 90 प्रतिशत कर्मी को श्रम के अधिकार से वंचित करने की योजना है. दर्जनों मेडिकल व सेल्स रिप्रेजेन्टेटिव्स मौजूद थे.
जबरदस्ती बंद कराया गया एसबीआइ
बंदी से बाहर रहने के बाद भी बंद समर्थकों ने भारतीय स्टेट बैंक को बंद करा दिया. सेक्टर-चार शाखा को सुबह ही बंद करा दिया गया, जबकि सेक्टर -एक शाखा को 12 बजे बंद कराया गया.
बंद समर्थकों ने निजी क्षेत्र के बैंकों को भी बंद कराया. नया मोड़ में ठेका मजदूरों को काम पर जाने से रोका गया. साइकिल से लेकर चार पहिया वाहन से हवा निकाल कर बंद को सफल बनाने की दिशा में कोशिश की गयी.
बैंक का काम ठप
ऑल इंडिया बैंक इम्प्लाइज एसोसिएशन, बैंक इम्प्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया, इंडियन नेशनल बैंक इम्प्लाइज फेडरेशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन, व इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कनफेडरेशन ने संयुक्त रूप से शहर के सभी बैंक के कामकाज को ठप कर दिया. संयोजक एसएन दास ने कहा : सरकार मजदूरों के काम का समय से आठ घंटा से बढ़ा कर 12 घंटे करना चाहती है. श्रम कानून में संशोधन से मजदूरों का हक क्षय होगा. सरकार प्राइवेट संस्था को बैंक का लाइसेंस दे रही है, इससे देश की जमा पूंजी अस्थिर होगी.
डाक कर्मी भी रहे बंद में शामिल
राष्ट्रीय डाक कर्मचारी संघ वर्ग-03, अखिल भारतीय डाक कर्मचारी पोस्टमैन व एमटीएस के बैनर तले सेक्टर-02 स्थित प्रधान डाकघर में कर्मियों ने काम काज ठप किया. संगठन महासचिव अमर कु मार मिश्र ने कहा : सरकार श्रम कानून में संशोधन कर अपने ही वादे से पीछे हट रही है.
मजदूरों का शोषण कर विकास की इमारत नहीं गढ़ी जा सकती है. आशीष कुमार गुप्ता, रजत कुमार चटर्जी, संतोष कुमार सिंह, बलवंत सिंह, गुलशन कुमार, विपिन कुमार, कौशल उपाध्याय, शशिदास, अशोक रजक आदि मौजूद थे.