बोकारो: भारतीय बैंकिंग सेक्टर में एक और इतिहास बनने की स्थिति बन रही है. देश के सबसे बड़े बैंक ‘स्टेट बैंक ऑफ इंडिया’ के सबसे बड़े पद ‘चेयरमैन’ की अंतिम दौर में अपनी जगह बनायी है बोकारो की बेटी अरुंधती भट्टाचार्या ने.
बीते शनिवार को एसबीआइ के चारों एमडी (मैनेजिंग डायरेक्टर) ए कृष्ण कुमार, एस विश्वनाथन, अरुंधती भट्टाचार्या और हेमंत जी कॉन्ट्रेक्टर का साक्षात्कार हुआ. साक्षात्कार करने वाली टीम में वित्त सेवा के सचिव राजीव ठकरु और आरबीआइ के डिप्टी गवर्नर आनंद सिन्हा भी शामिल थे.
इंटरव्यू के बाद दो एमडी अरुंधती भट्टाचार्या और हेमंत जी कॉन्ट्रेक्टर का नाम शॉर्टलिस्ट कर वित्त मंत्रलय भेज दिया गया है. वित्त मंत्रलय में किसी एक नाम पर मुहर लगने के बाद चयनित नाम प्रधानमंत्री कार्यालय से घोषित कर दिया जायेगा. बताते चलें कि सितंबर 2013 में वर्तमान चेयरमैन प्रतीप चौधरी रिटायर कर रहे हैं. उससे पहले नाम की घोषणा हो जानी है. एसबीआइ की नियमावली के अनुसार चेयरमैन की कुरसी के लिए दो साल एसबीआइ में नौकरी बची होनी चाहिए. अरुंधती इस शर्त को पूरा कर रही हैं.
..तो होंगी एसबीआइ की पहली महिला चेयरमैन! : प्रधानमंत्री कार्यालय से यदि अरुंधती के नाम पर मुहर लग जाती है, तो पहली बार एसबीआइ में किसी महिला को इस पद के लिए चुना जायेगा. अरुंधती ने अपनी स्कूलिंग बोकारो से ही की. उन्होंने संत-जेवियर से प्लस टू किया. फिर ग्रेजुएशन के लिए कोलकाता चली गयी और लेडी ब्रोबॉन से अंगरेजी में ऑनर्स किया. पिता बीएसएल में अधिकारी थे. अपने परिवार के साथ अरुंधती सेक्टर वन सी में संत जेवियर के पास ही रहती थीं. पिता ने रिटायरमेंट के बाद बोकारो छोड़ दिया, पर अरुंधती के कई रिश्तेदार आज भी बोकारो में रह रहे हैं. वे अक्सर छुट्टियों में बोकारो आया करती हैं.