बोकारो: जिला अनुश्रवण समिति की शनिवार को हुई बैठक में काफी हंगामा हुआ. बैठक में नयी समस्याओं पर किसी को जिरह नहीं करने दिया गया. डीसी उमाशंकर ने कहा कि जो भी शिकायत है, उसे लिख कर दे मौखिक बोल कर समय की बरबादी न करें. जो भी मामला उठा, डीसी ने दस से पंद्रह दिनों के अंदर निबटाने का दावा डीसी ने किया.
अधिकारियों की फटकार भी उन्होंने लगायी. बैठक की शुरुआत ग्रामीण विकास संबंधित विषयों से हुई. सड़क निर्माण कार्य को लेकर आरइओ के सिचंद्र कुमार को डीसी की कई बार फटकार सुननी पड़ी. काफी देर तक उनसे सवालों के जवाब पूछे जाते रहे और वो डांट खाते रहे. अध्यक्षता गिरिडीह सांसद रवींद्र कुमार पांडेय कर रहे थे. वहीं डुमरी विधायक जगरनाथ महतो, चंदनकियारी विधायक उमाकांत रजक, बेरमो विधायक प्रतिनिधि मिथिलेश तिवारी, गोमिया विधायक प्रतिनिधि केदार पांडेय, जिप अध्यक्ष मिहिर सिंह, जिप उपाध्यक्ष राधानाथ सोरेन आदि मौजूद थे.
फिर से होगा शिक्षकों का तबादला : बैठक की दूसरी किस्त में सर्वशिक्षा अभियान संबंधी सारे मुद्दों पर सबसे ज्यादा देर तक बातें होती रही. सबसे ज्यादा शिक्षकों की कमी और उनके तबादले को लेकर सवाल खड़े हुए.
डीसी ने शिक्षकों की कमी और तबादले में हुई अनियमितता को लेकर दस दिनों के अंदर फिर से स्थापना की बैठक बुलायी. कहा जिस स्कूल में जितने बच्चे होंगे, उसी हिसाब से उस स्कू ल में शिक्षक भी होने चाहिए. शिक्षकों को उनके प्रखंड में रखा जाये, उन्हें ज्यादा दूर न भेजा जाये यह व्यवस्था करनी होगी. बीएसएल के स्कूल मजर्र प्लान पर जनप्रतिनिधियों ने बात उठायी तो डीसी ने डीएसइ को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि दस दिनों के अंदर स्कूल मजर्र पर एक बैठक बुलायी जाये, जिसमें सारे अधिकारी मौजूद रहेंगे.