बोकारो: वर्ष 2013 जून तक जिले में फाइलेरिया के कुल 210 मरीज चिह्न्ति किये गये हैं. इसमें 34 हाइड्रोसिल व 176 हाथी पांव के मरीज शामिल हैं. वर्ष 2012 में कुल 257 मरीजों पहचान हुई थी. दवा के प्रभाव के कारण मरीजों की संख्या में कमी आती जा रही है.
झारखंड के कुल 17 जिलों में फाइलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम की शुरुआत वर्ष 2004 में हुई थी. उस समय जिले में 21 हजार 865 मरीज थे. जिले में आबादी का कुल 97.5 प्रतिशत लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलानी है.
11 से 13 नवंबर तक चलेगा अभियान : राज्य में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान 2015 तक चलाया जायेगा. इसमें प्रभावित आबादी को डीइसी गोली की एक खुराक पांच से सात वर्ष तक साल में एक बार निश्चित तिथि को खिलानी होती है. ताकि फाइलेरिया के बढ़ते प्रभाव को रोका जा सके. बोकारो के चास, चंदनकियारी, कसमार, पेटरवार, नावाडीह, गोमिया, बेरमो व जरीडीह प्रखंड में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान 11 से 13 नवंबर तक चलाया जायेगा. इसमें लक्षित जनसंख्या 19,33,322 रखी गयी है.