बोकारो. प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश गौतम कुमार चौधरी ने उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुम्भरी के शिक्षक नंदजी सिंह (56 वर्ष) की हत्या के मामले में उनके पुत्र रजनीश रंजन राजीव (29 वर्ष) व बहू पूजा देवी (22 वर्ष) को आजीवन सश्रम कारावास की सजा सुनायी है. न्यायालय में यह मामला सेशन ट्रायल संख्या 392/12 व सेक्टर चार थाना कांड संख्या 153/12 के तहत चल रहा था. घटना 30 सितंबर 2012 की है. अपने फैसले में प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश ने कहा है : शिक्षक नंदजी की हत्या उनके पुत्र व बहू ने सरकारी नौकरी पाने व संपत्ति हथियाने की नियत से की है. हत्या में राम पूरी चाकू का इस्तेमाल किया गया है.
हत्या कर बहू चली गयी थी मायके : शिक्षक नंदजी सिंह की हत्या पीएंडटी कॉलोनी स्थित आवास संख्या 07/12 में 28 सितंबर 2012 को हुई थी. हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद पूजा देवी व उसके पति रजनीश ने शव को बोरा में बंद कर तार से बांध दिया और किचन में रख दिया.
आवास की साफ-सफाई कर पूजा अपने पति के साथ बिहार के डेहरी ऑन सोन स्थित मायके चली गयी. दो दिनों के बाद 30 सितंबर को वह अपने पिता बबन सिंह के साथ लौटी तो दरवाजा खोलते ही पी एंड टी कॉलोनी का उक्त ब्लॉक दरुगध से भर गया.
लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस
लोगों की सूचना पर पुलिस पहुंची. जांच में नंदजी सिंह का शव बोरे में बंद मिला. हत्या का कारण पूछने पर पूजा ने बताया : उसके ससुर हमेशा उस पर गलत नियत रखते थे. तीन-चार बार ससुर ने उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास भी किया था. 28 सितंबर की सुबह जब उसके पति घर से बाहर गये थे. इसी दौरान दुष्कर्म का प्रयास किया गया. घटना के दौरान ही पति रजनीश घर आ गया. रजनीश ने डंडा से उनके सिर पर वार कर दिया. इसके बाद पूजा ने चाकू से नंदजी सिंह पर कई बार वार किये. नंदजी सिंह की मौत के बाद शव को ठिकाने लगाने की नियत से बोरा में भर कर रखा गया था. दो दिनों के बाद वह शव को ठिकाने लगाने आयी थी, लेकिन दरुगध के कारण मामले का खुलासा हो गया.