एक्सट्रा सब्जेक्ट को अखिलेश ने बनाया कॅरियर
बोर्ड परीक्षा में संगीत में अपेक्षा से अधिक प्राप्तांक
बोकारो : तानसेन की कहानी में संगीत से दीपक जलाने व वर्षा कराने की बात ने मन पर काफी गहरा प्रभाव डाला. बड़े भाई (अंजनी कुमार मिश्र) से प्रेरित होकर संगीत को एक्सट्रा सब्जेक्ट बनाया. बोर्ड परीक्षा में संगीत में अपेक्षा से अधिक मार्क्स मिलने के कारण संगीत की ओर रुझान बढ़ा. इसी वजह से संगीत में ही कैरियर बन गया. यह कहना है : डीएवी- 06 के संगीत शिक्षक अखिलेश कुमार का. 1993 से श्री अखिलेश डीएवी संस्था के विभिन्न स्कूलों के शिक्षक रहे हैं.
1998 में श्री अखिलेश ने डीएवी – 06 ज्वाइन किया.
पहले के गाने में साहित्य होता था, अब सिर्फ वाद्य यंत्र की आवाज : श्री अखिलेश कहते हैं : पुराने जमाने के संगीत में साहित्य बोध होता था. वर्तमान में सिर्फ वाद्य यंत्रों की कर्कश आवाज होती है. साथ ही पूर्व के वाद्य यंत्र भी ठहराव देते थे, पर आज के वाद्य यंत्र ऐसा करने में असफल साबित हो रहे हैं. इसका कारण संगीत के प्रति रूझान में कमी है. श्री अखिलेश के छात्र अमन कु मार भी नेशनल लेवल का हारमोनियम वादक हैं. स्कूल में शिक्षा देने के बाद कई नि:शक्त छात्रों को भी संगीत ज्ञान दे रहे हैं. संगीत के साथ- साथ 2009 में श्री अखिलेश को बेस्ट क्लास टीचर का अवार्ड मिल चुका है.
पहचान और भी है : श्री अखिलेश की देख-रेख में स्कूल कई प्रतियोगिता में सफल प्रदर्शन किया है. 2000 में शिष्य रजनीश कुमार, सेक्टर-12 हारमोनियम वादन में राज्य स्तर प्रतियोगिता जीत चुका है. 2004 में संदीप पाटील, सेक्टर- 6 टीवी शो इंडियन आइडल में हाथ आजमाया.
साथ ही प्रशांत कुमार, सेक्टर- छह ने स्टेट लेवल में तबला बजाकर गौरवान्वित किया. 2013 में संस्कृत प्रचार प्रसार परिषद की ओर से आयोजित ग्रुप सांग प्रतियोगिता में स्कूल को द्वितीय पुरस्कार मिला. 2014 में प्रशासन की ओर से ग्रुप डांस में भी स्कूल को द्वितीय स्थान मिला.