बोकारो: कैंप दो में चार करोड़ की लागत से एएनएम प्रशिक्षण केंद्र तो बन गया है, पर इससे अभी तक बोकारो लाभान्वित नहीं हो सका है. इसमें एएनएम के प्रशिक्षण के साथ-साथ रहने की भी व्यवस्था है. भवन का शिलान्यास पूर्व स्वास्थ्य मंत्री भानु प्रताप शाही ने किया था. निर्माण कार्य पूरा हुए लगभग डेढ़ वर्ष बीत चुके हैं. काम पूरा हो जाने के बावजूद अभिकर्ता को राशि नहीं मिली है, इसलिए यह अब तक स्वास्थ्य विभाग को सुपुर्द नहीं किया गया है. अभी बोकारो की अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण के लिए धनबाद जाना पड़ता है.
भवन हो रहा बेकार : लगभग डेढ़ साल से भवन बन कर पूरी तरह तैयार है. सेंटर के आसपास घास व कूड़ा का अंबार लग गया है. भवन के ऊपरी तल से पानी का रिसाव हो रहा है. कुछ कमरों में स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों का प्रशिक्षण भी चलाया जाता है.
अब तक नहीं हो सकी नियुक्ति : अभी तक प्रशिक्षण केंद्र के लिए बहाली की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पायी है. 50 एएनएम के लिए शिक्षक व एक वार्डन की नियुक्ति होनी थी. बोकारो के एएनएम को धनबाद एएनएम सेंटर में प्रशिक्षण के लिए जाना होता है. वहां की अधीक्षक ही देखरेख करती हैं. नियमत: बोकारो के लिए पृथक अधीक्षक होना चाहिए था. नियुक्ति राज्य सरकार द्वारा होनी है.