बोकारो: बीएसएल सहित सेल कर्मियों का वेज रिवीजन एक बार फिर टल गया है. रिवीजन को लेकर शनिवार को नयी दिल्ली में हुई एनजेसीएस की बैठक बेनतीजा रही. इसमें प्रबंधन की ओर से 16 प्रतिशत एमजीबी का प्रस्ताव दिया गया. लेकिन, यूनियन नेता प्रबंधन के प्रस्ताव पर तैयार नहीं हुए. यूनियन 21.5 प्रतिशत एमजीबी की डिमांड से घट कर 20 प्रतिशत एमजीबी तक पहुंचा था.
उधर, सेल प्रबंधन 14 प्रतिशत एमजीबी के प्रस्ताव से आगे बढ़ कर 15.6 प्रतिशत एमजीबी तक पहुंचा था. शनिवार को एनजेसीएस की बैठक में सेल प्रबंधन 15.6 प्रतिशत एमजीबी से बढ़ कर 16 प्रतिशत एमजीबी तक पहुंचा. इंटक के नीलम संजीवा रेड्डी ने 18 प्रतिशत एमजीबी का प्रस्ताव दिया. लेकिन, एटक के गया सिंह ने कहा : इंटक के प्रस्ताव से एटक सहमत नहीं है.
ठेका मजदूरों का मामला भी अधर में
बैठक में ठेका मजदूरों के वेतनमान पर भी चर्चा हुई. प्रबंधन की ओर पूरे सेल में ठेका मजदूरों के वेतनमान के मद में 30 करोड़ देने का प्रस्ताव दिया गया. ठेका मजदूरों के लिए गठित एनजेसीएस की उप समिति की बैठक में इससे पहले सेल प्रबंधन ने 20 करोड़ रुपये का प्रस्ताव दिया था, जिसे यूनियन नेताओं ने ठुकरा दिया था. शनिवार को भी प्रबंधन के प्रस्ताव को यूनियन ने नहीं स्वीकार किया. इस तरह वेज रिवीजन के साथ-साथ ठेका मजदूरों का मामला भी अधर में लटक गया.
पर्क को लेकर एक सितंबर को होगी बैठक
पर्क को लेकर एक सितंबर को बैठक होगी. इसके बाद ठेका मजदूरों के वेतनमान निर्धारण के लिए एनजेसीएस की उप समिति की बैठक होगी. उसके बाद वेज रिवीजन को लेकर बैठक होगी. उप समिति व एनजेसीएस की बैठक की तिथि निर्धारित नहीं की गयी है. मतलब अब सितंबर माह में ही वेज रिवीजन पर कोई चर्चा होगी.