नेतृत्व मंतोष सोरेन ने किया. कहा : भाजपा नीति व सिद्धांत की पार्टी नहीं रही, बल्कि खरीद फरोख्त की पार्टी बन कर रह गयी है. झाविमो विधायकों को खरीद कर अपनी पार्टी में शामिल कर लोकतंत्र का मजाक उड़ाया है. पार्टी इसकी पुरजोर विरोध करती है.
श्री सोरेन ने विधायक की खरीद फरोख्त की उच्च स्तरीय जांच व भारतीय संविधान की 10 वीं अनुसूची में सुधार करने की मांग की. ताकि विधायकों का दल- बदल रूक सके. पुतला दहन करने वालों में सुंदेश्वर मुंडा, मनोज मुमरू, ज्योति लाल सोरेन, आरिज हुसैन, संतोष नायक, तैयबुल कादरी, रणमुल होदा, लक्ष्मण हांसदा, नारायण मरांडी, कृष्णा हेंब्रम, सतीश कुमार, नौशाद आलम, गुलाम, तैयबुल अंसारी, चंद्र हेंब्रम, छुटू लाल सोरेन आदि उपस्थित थे.