इसके बाद बात होती गयी और प्रेम में गहराई भी हुई. 12 जनवरी अपने दादा की आंख के इलाज के लिए कोलकाता गये तो वहीं सीमा देवी को बुला कर ले गये थे. 13 जनवरी को हम लोग धनबाद वापस लौटे. अपने दादा को भागा पहुंचा दिया और सीमा देवी को झरिया के एक लॉज में रखा. उसकी मदद करने के लिए अपनी मां से 20 हजार रुपये मांगा. तब मां को माजरा गलत लगा तो उसने झरिया थाना को घटना की जानकारी दी. तब एसआइ नागेश्वर पासवान ने दोनों को हिरासत में लिया. पूछताछ में महिला बताया कि वह शादीशुदा है. दो बच्चों की मां है. पति प्राइवेट काम करते हैं.
तब झरिया पुलिस ने पति का नंबर लेकर सूचना दी तो हकीकत उसे मालूम हुई. नीरज को भी यह जान कर आश्चर्य हुआ, क्योंकि महिला ने अपने को अविवाहित बताया था.