बोकारो: आठ जुलाई को एनजेसीएस की बैठक में वेज रिवीजन पर फैसला नहीं हुआ, तो चारों यूनियन (इंटक, एटक, एचएमएस व सीटू) से बात कर इस्पात उद्योग में हड़ताल की घोषणा की जायेगी. बोकारो स्टील प्लांट को बचाने व मजदूरों की मांगों को हासिल करने के लिए यूनियन किसी भी हद तक जा सकती है. एटक न चुप रहा है और रहेगा.
अनुरक्षण के अभाव में प्लांट की स्थिति जजर्र है. ये बातें बोकारो इस्पात कामगार यूनियन-एटक के महामंत्री अनिरुद्ध ने शुक्रवार को कही. वेज रिवीजन सहित अन्य मांगों को लेकर बोकारो इस्पात कामगार यूनियन का प्रथम चरण का तीन दिवसीय आंदोलन शुक्रवार को समाप्त हुआ. अंतिम दिन अधिशासी निदेशक कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया. वक्ताओं ने कहा : सेल प्रबंधन मजदूरों की समस्या के प्रति संवेदनशील नहीं है. प्लांट की स्थिति दिनों-दिन खराब होती जा रही है, जिसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ रहा है. मजदूरों का रिवीजन 01.01.2012 से लंबित है, जिससे मजदूरों में आक्रोश व्याप्त है.
ये थे उपस्थित
प्रदर्शन में मुख्य रूप से गोपाल ठाकुर, आइडी प्रसाद, रामाश्रय प्रसाद सिंह, नरेंद्र कुमार, बीके राम, केएस तिर्की, एम बिंदानी, बीएन राय, एमए अंसारी, एसआर राय, पीएनपी सिंह, बीके लहड़ी, ब्रजेश कुमार, प्राण सिंह, मोइन आलम, एसपी सिंह, कलीमउल्लाह, आरआर दास, आरके प्रसाद, अमित, प्रवेश, डीके झा, केपी सिंह, मोहन रावत आदि शामिल थे.