बोकारो: बोकारो व धनबाद पुलिस को कई महत्वपूर्ण घटनाओं में सफलता दिलाने वाले खोजी कुत्ता (लेबरा डॉग) कोनार की मौत बुधवार को हो गयी. कोनार कई दिनों से बीमार था.
अपराध अनुसंधान विभाग के डॉग स्कॉवड प्रभारी देवेंद्र सिंह ने बताया : कोनार ने कई दिनों से खाना-पीना भी छोड़ दिया था. बोकारो में उसका इलाज पशु चिकित्सक पुष्पा कुमारी कर रहीं थीं. बुधवार को उसकी तबीयत काफी खराब हो गयी. आनन-फानन में पुलिस लाइन से वैन से कोनार को इलाज के लिए रांची भेजा जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी.
कई पुरस्कार जीत चुका था कोनार
कोनार वर्ष 2005 से बोकारो व धनबाद पुलिस के लिए काम कर रहा था. राज्य स्तरीय ड्यूटी मीट प्रतियोगिता में कई बार उसने प्रथम व द्वितीय पुरस्कार जीता है. हैदराबाद में हुई राष्ट्र स्तरीय प्रतियोगिता में कोनार पूरे भारत वर्ष में सातवां स्थान पर रहा था. धनबाद के महुदा थाना क्षेत्र में हुए ऑनर किलिंग की घटना में कोनार की मदद ली गयी थी. कोनार ने हत्या की शिकार युवती का शव ढूंढ़ निकाला था.
इसके अलावा धनबाद में बिरसा मुंडा व आंबेडकर की मूर्ति तोड़ने वाले शरारती तत्वों को ढूंढ़ निकालने और उसे गिरफ्तार कराने में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका थी. बोकारो के सेक्टर 12 थाना क्षेत्र में एक ट्रक मालिक को गोली मार कर कुछ अपराधियों ने हत्या कर शव को जंगल में फेंक दिया था. कोनार ने चप्पल सूंघ कर ट्रक मालिक का घर गरगा नदी पार कर चास में ढूंढ़ निकाला था. इसके अलावा भी कई चोरी की घटना व अन्य कई संगीन मामलों में कोनार अपराधी की पहचान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था. बोकारो पुलिस के पास अब केवल एक खोजी कुत्ता है. इसके सहारे कई संगीन मामलों के उद्भेदन व वीआइपी सुरक्षा व बम खोजने का काम पुलिस के लिये अब काफी कठिन हो जायेगा. कोनार की मौत के बाद उसे रांची में पुलिस सम्मान के साथ पोस्टमार्टम के बाद दफन कर दिया गया.