बोकारो: चीरा चास स्थित भारतीय स्टेट बैंक में हुई डकैती के मामले में चास जेल में बंद अपराधी लाल मोहम्मद अंसारी (35 वर्ष) की पहचान कर ली गयी है. लाल मोहम्मद हजारीबाग जिला के थाना गिद्दी, मिसराइन मोड़ निवासी है.
बैंक डकैत की पहचान के लिए चास जेल में शनिवार को दंडाधिकारी की मौजूदगी में पहचान टीआइ परेड में हुई. अपराधी की पहचान के लिए एसबीआइ चीरा चास शाखा के पांच कर्मचारियों को चास जेल बुलाया गया था. टीआइ परेड में बुलाये गये सभी बैंक कर्मी 18 जून को हुई बैंक डकैती की घटना के प्रत्यक्षदर्शी थे.
बैंक डकैती के इसी मामले में लाल मोहम्मद गत एक जुलाई से न्यायिक हिरासत में चास जेल में है. पहचान परेड के दौरान जेल प्रबंधन ने लाल मोहम्मद की ऊंचाई व कद काठी के 12 बंदी एक साथ कतार में खड़ा किया था. एक-एक कर पांचों बैंक कर्मी को बारी-बारी से पहचान के लिए बुलाया गया. पांच में से तीन बैंक कर्मी ने लाल मोहम्मद का हाथ पकड़ कर दंडाधिकारी के समक्ष उसकी पहचान की, जबकि दो बैंक कर्मी ने लाल मोहम्मद को पहचानने से इनकार कर दिया.
कौन है लाल मोहम्मद : लाल मोहम्मद पहले से ही अपराधी छवि का युवक है. पांचवीं कक्षा तक पढ़ाई की. यह अपराधी अपने गैंग के सदस्यों के साथ हजारीबाग मु. थाना क्षेत्र में वर्ष 2003 में बैंक डकैती की घटना को अंजाम दे चुका है. गांव के एक व्यक्ति के घर में डाका भी डाल चुका है. फिर यह कोयला चोरी के धंधे से जुड़ गया. कोयला चोर के खिलाफ पुलिस दबिश बढ़ने से उसने यह धंधा बंद कर दिया. योजना बना कर बिना गार्ड व सुनसान स्थान पर पड़ने वाले एसबीआइ चीरा चास शाखा को टारगेट में लेकर 18 जून को अपने चार-पांच साथियों की मदद से डाका डाला. इस डकैती में बैंक का लगभग छह लाख रुपया लूट लिया. पुलिस के अनुसार, लाल मोहम्मद के साथ डकैती की इस घटना में मांडू थाना क्षेत्र के बरकटी निवासी नौशाद उर्फ नासीर, जमशेदपुर रेलवे स्टेशन के पास रहने वाले विभास पासवान व शेरा उर्फ विपिन भी शामिल थे. पुलिस ने लाल मोहम्मद को उसके गांव से गिरफ्तार किया. उसके घर से बैंक लूट का 30 हजार रुपया भी बरामद किया गया था.