बोकारो स्टील ऑफिसर एसोसिएशन की जनरल काउंसिल की बैठक
बोकारो : यूपीए सरकार के कुछ गलत निर्णय के कारण सेल समेत देश के सभी पीएसयू में एक नकारात्मक माहौल तैयार हो गया है. इससे खास तौर से सेल जैसी कंपनी का अधिकारी वर्ग प्रभावित हो रहा है. कारण सेल पर रॉ मैटेरियल से लेकर फिनिश प्रोडक्ट बनाने और उसे कड़ी प्रतिस्पर्धा में बेच कर मुनाफा कमाने जैसी कड़ी चुनौती है. ऐसे उपक्रम में नकारात्मक माहौल बनना कंपनी के हित में नहीं है.
ये बातें सेफी महासचिव सह बोकारो स्टील ऑफिसर एसोसिएशन के अध्यक्ष एके सिंह ने कही. शनिवार की शाम सेक्टर-4 स्थित बोकारो स्टील ऑफिसर्स एसोसिएशन के कार्यालय में एसोसिएशन की जेनरल काउंसिल की बैठक में श्री सिंह ने कहा कि सरकार की नीति से सेल में कार्यरत लगभग 20 हजार अधिकारी आहत हैं. अधिकारी एक नकारात्मक वातावरण में कार्य कर रहे हैं, जो कंपनी हित में नहीं हो सकता.
सेल-सेफी मीटिंग की जानकारी : बैठक में श्री सिंह ने नयी दिल्ली में हुई सेल-सेफी मीटिंग की विस्तृत जानकारी अधिकारियों को दी. कहा : रिटायरमेंट के समय लीव इनकैशमेंट के दिनों को कम करने, 10 प्रतिशत अधिकारियों को ‘सी’ देना व उन्हें पीआरपी नहीं देने, एचआरए बंद करने, इ-1 व इ-2 स्केल की बढ़ोतरी नहीं करने, नन एक्जीक्युटिव रीविजन के बाद उनके समकक्ष कार्यरत अधिकारियों (जिनका प्रोमोशन हो गया है) का बेसिक कम होने, पेंशन जल्द लागू होने जैसे मसले बीएसएल सहित पूरे सेल में चिंता का विषय बना हुआ है. प्रबंधन को इस पर त्वरित निर्णय लेना चाहिए.
इन पर भी हुई बात : श्री सिंह ने बताया : बैठक में इ-2, इ-3 व इ-4, इ-5 में प्रोमोशन में तत्कालीक कोटे को और बढ़ाने की डिमांड की गयी, जिससे जूनियर लेबल में अधिकारियों को प्रोमोशन से वंचित नहीं किया जा सके. इसके अलावा एचआरए चालू करने, बीएस सिटी शहर को 20 प्रतिशत एचआरए दायरे में लाने, आइएसपी अधिकारियों को वेज एरियर, मेकन व एमआइएनएल का सेल में विलय आदि पर भी चर्चा हुई. सेफी की बैठक में बोकारो से बोकारो स्टील ऑफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव मनोज कुमार, उपाध्यक्ष मनीष कुमार व कोषाध्यक्ष संदीप यादव शामिल हुए.