बैठक का बहिष्कार कर नारेबाजी करते शिक्षक
प्रतिनिधि@कसमार
कसमार बीईईओ रामनारायण साहू के व्यवहार से क्षुब्ध कसमार प्रखंड के शिक्षकों ने शनिवार को बीआरसी भवन में आयोजित गुरु गोष्ठी का बहिष्कार कर दिया. शिक्षकों का आरोप है कि बैठक शुरू होते ही बीईईओ ने ड्रेस कोड में नहीं आने वाले शिक्षकों के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए बैठक से बाहर चले जाने का निर्देश दिया. इससे शिक्षकों में आक्रोश फैल गया और बैठक का बहिष्कार करके बाहर निकल गये.
शिक्षकों ने बीआरसी के बाहर बीईईओ के खिलाफ नारेबाजी भी की. इस दौरान बीईईओ ने शिक्षकों को बैठक में आने का आग्रह किया. प्रतिनिधिमंडल के रूप में नंदकिशोर नायक, संतोष महतो, जयप्रकाश नायक व जगदीश महतो वार्ता के लिए गये. बीईईओ ने अपनी गलती स्वीकारते हुए बैठक में आने का आग्रह किया, लेकिन बात नहीं बनी.
शिक्षक इसके लिए तैयार नहीं हुए. बहिष्कार कर वापस चले गये. शिक्षकों ने कहा कि सरकार ने अभी तक ड्रेस कोड को अनिवार्य नहीं किया है. भत्ते को लेकर अभी इस मुद्दे पर बात चल ही रही है. बीईईओ अगर ड्रेस कोड का आग्रह किये होते तो अलग बात थी, लेकिन अभद्र तरीके से शिक्षकों को बाहर जाने को कहना अनुचित है.
शिक्षकों का यह भी आरोप है कि योगदान देने के बाद से बीईईओ स्कूलों के औचक निरीक्षण के नाम पर शिक्षकों को बेवजह तंग करते है. इस कारण भी शिक्षकों में बीईईओ के प्रति नाराजगी है. अखिल भारत प्राथमिक शिक्षक संघ व अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों ने बीईईओ के इस व्यवहार की निंदा की है. मौके पर मनीष जायसवाल, अनिल, पंकज जायसवाल, रामकृष्ण मुंडा, बिंदेश्वर महतो, मुन्नी, विमला अजय कुमार समेत सभी विद्यालयों के सचिव शामिल थे. बोकारो जिला में संभवतः इस तरह की यह पहली घटना है.
कसमार के बीईईओ रामनारायण साहू ने कहा कि पिछली बैठक में ड्रेस कोड के लिए आने को कहा गया था, लेकिन इसके बावजूद बहुत शिक्षक ड्रेस कोड में नहीं आये. इसी बात को लेकर बहिष्कार कर दिया. यह मेरा निर्देश नहीं, आग्रह था. अब ऊपर से जैसा आदेश होगा, वही किया जायेगा.