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जरीडीह प्रखंड का जिलिंगटांड़ बना ”शिव का धाम”
कसमार : सावन का महीना शुरू होते ही जिलिंगटांड़ में शिवभक्तों का आना शुरू हो गया है. जरीडीह प्रखंड की भस्की पंचायत स्थित जिलिंगटांड़ का शिव मंदिर भक्तों का आस्था का केंद्र है. कभी उपेक्षित-सा रहने वाला यह छोटा-सा गांव एक तरह से ‘शिव का धाम’ बन चुका है़ आसपास के गांवों के अलावा दूर-दराज […]
कसमार : सावन का महीना शुरू होते ही जिलिंगटांड़ में शिवभक्तों का आना शुरू हो गया है. जरीडीह प्रखंड की भस्की पंचायत स्थित जिलिंगटांड़ का शिव मंदिर भक्तों का आस्था का केंद्र है. कभी उपेक्षित-सा रहने वाला यह छोटा-सा गांव एक तरह से ‘शिव का धाम’ बन चुका है़ आसपास के गांवों के अलावा दूर-दराज से भी श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए पहुंचते हैं.
इस मंदिर के प्रति लोगों की आस्था और विश्वास देखते बनता है़ खासकर सावन व चैत माह में काफी भीड़ जुटती है़ सावन में फुसरो स्थित हथिया पत्थर के पास दामोदर नदी से व जिलिंगटांड़ शिव मंदिर तालाब से जल उठाकर हजारों भक्त जल चढ़ाने मंदिर पहुंचते हैं. भक्तों की सुविधा के लिए विशेष तैयारी की जाती है़ इसी प्रकार हर साल 12 से 14 अप्रैल तक चड़क पूजा भी यहां धूमधाम से मनाया जाता है़ जिलिंगटांड़ निवासी बाल ब्रह्मचर्य बाबा प्राण किशोरनाथ का मंदिर निर्माण में अहम योगदान है.
2002 में रखी गयी थी मंदिर की आधारशिला : वर्ष 2002 में मंदिर की आधारशिला रखी गयी थी़ बाबा प्राण किशोरनाथ मंदिर को मूर्त रूप देने में दिन-रात प्रयासरत रहे़ ग्रामीणों के सहयोग से निर्माण कार्य शुरू हुआ़ धीरे-धीरे ही सही, लेकिन 15 साल बाद यह मंंदिर बन कर तैयार हो गया. मंदिर के चारों ओर देवी-देवताओं की नक्कासी का काम हुआ है़ मंदिर के ऊपर गुंबद में चारों ओर शिवलिंग और शेषनाथ की आकृति दी गयी है़ पास में ही बजरंग बली और हरि मंदिर की आधारशिला रखी गयी है़ बजरंग बली की भव्य प्रतिमा भी बनकर लगभग तैयार है़ तांतरी निवासी मूर्तिकार देवानंद महली की कलाकारी की लोग प्रशंसा करते हैं.
छह अगस्त को ढाई हजार कांवरिये उठाएंगे जल : छह अगस्त को जिलिंगटांड़ शिव मंदिर परिसर से लगभग ढाई हजार कांवरिये एक साथ जल उठाने के लिए दामोदर नदी, फुसरो जाएंगे़ वहां से जल उठाकर सभी एक साथ चलकर जिलिंगटांड़ पहुंचेंगे व जलाभिषेक करेंगे. इसको लेकर मंदिर कमेटी तैयारी में जुटी हुई है़ कांवरियों की सेवा व सुविधा का निर्णय लिया गया है़ इसके लिए एक कमेटी भी बनायी गयी है़ इसमें काशीनाथ सोरेन अध्यक्ष, आलोक हेंब्रम सचिव, चैतन्य हांसदा महामंत्री के अलावा पंकज मरांडी, आनंद बेसरा, रतिलाल सिंह, लक्ष्मीनारायण सिंह, युगनेंद्र सिंह, परशुराम सिंह, सदानंद महतो, विनोद महतो, सुभाष सोरेन, मुरलीधर सिंह, लगनू महतो, संतोश सिंह, शंकर महतो, सुभाष महतो, राजेश महतो, राजकमल सिंह, सुनीता टुडू, अनिता कुमारी, पूनम कुमारी, सिमरन देवी, शिवप्रसाद सिंह आदि शामिल हैं.
ईश्वरीय कृपा से स्थापित हुआ मंदिर
बाबा प्राण किशोरनाथ इस मंदिर की स्थापना के पीछे ईश्वरीय कृपा बताते है. भक्तों की सुविधा के लिए बेरमो के पूर्व विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह ने विधायक मद से एक सामुदायिक भवन व ग्राम योजना से शेष बनाया गया. मंदिर के बगल में प्रदान संस्था ने तालाब बनाया है़ उस पर सीढ़ी घाट का निर्माण बाबा प्राण किशोरनाथ ने अपने स्तर से किया है़ एक कुआं का निर्माण भी बाबा ने किया है़
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