बोकारो: औद्योगिक बालीडीह ओपी क्षेत्र स्थित जेपी सीमेंट कंपनी के कर्मचारियों की मिली भगत से 1560 बैग सीमेंट की हेराफेरी करने का मामला प्रकाश में आया है. घटना की एफआइआर कंपनी के कर्मचारी पीपी सिंह ने स्थानीय थाना में दर्ज करायी है.
मामले में महेंद्र राय, बुद्धदेव मांझी, रिंकू कुमार, ध्रुव चौहान, सुरेंद्र चौहान, मोयुद्दीन, मो कुरबान, आशिक हुसैन व कंपनी के कर्मचारी राकेश हांसदा को अभियुक्त बनाया गया है.
पुलिस ने रिंकू कुमार के अलावा सभी मजदूरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. सीमेंट भी पुलिस ने बंगाल के दानकोनी रेलवे स्टेशन की डंपिंग यार्ड से बरामद कर लिया है. घटना की प्राथमिकी दर्ज कराते हुए जेपी सीमेंट कंपनी के कर्मचारी पीपी सिंह ने बताया है कि बंगाल के दानकोनी स्टेशन पर 54 हजार 576 बैग सीमेंट भेजने के लिए बोकारो रेलवे स्टेशन से दो मई को रेलवे का 42 वैगन बुक किया गया था.
घटना का मास्टर माइंड पुलिस गिरफ्त से बाहर
अभियुक्तों ने सीमेंट की चोरी व हेराफेरी कर 1560 बैग सीमेंट अधिक लोड कर दान कोनी भेज दिया. सीमेंट की हेरा फेरी करने में आशिक हुसैन नाम के एक व्यक्ति को मास्टरमाइंड बताया गया है. आशिक हुसैन छह माह पूर्व जेपी सीमेंट कंपनी के एजेंट के रूप में मां दुर्गा इंटर प्राइजेज के नाम से काम करता था. फिलहाल वह दुर्गापुर सीमेंट में कार्यरत है. कंपनी के कर्मचारियों ने कहा है कि आशिक हुसैन मजदूरों को प्रत्येक अधिक बैग लोड करने के एवज में 20 रुपया अधिक मजदूरी देने का लालच दिया था. प्रत्येक बैग पर 20 रुपया अधिक मिलने के लोभ में मजदूरों ने चोरी का 1560 बैग सीमेंट ट्रेन के बैगन में लोड कर दिया. सीमेंट लोड करवाने की जिम्मेवारी कंपनी के कर्मचारी राकेश हांसदा को दी गयी थी. राकेश ने भी काम के प्रति लापरवाही बरती और सीमेंट चोरी को बढ़ावा दिया. पुलिस ने मामला दर्ज कर छह मजदूरों को जेल भेज दिया. अभी इस मामले के मुख्य अभियुक्त व मास्टर माइंड आशिक हुसैन पुलिस गिरफ्त से बाहर है.