बोकारो: विद्यालय में मिशन व विजन के साथ बच्चों को शिक्षा दी जानी चाहिए. उक्त बातें डॉ सैंथिल के ने स्थानीय चिन्मय विद्यालय बोकारो के स्वामी तेजोमयानंद सभागार में लीडरशीप क्वालीटी पर सेमिनार के आयोजन के दौरान कही.
कार्यक्रम का उद्घाटन स्वामी चिन्मयानंद के चरणों में पुष्प अर्पित कर व दीप प्रज्जवलित कर किया गया. डॉ सैंथिल के ने कहा : हम पढ़ाई तो करते हैं, परंतु जरूरी है कि अध्ययन में मिशन व विजन पूरी तरह स्पष्ट होना चाहिए. डॉ सैंथिल के ने विद्यालय में लीडरशीप क्वालिटी डेवलपमेंट पर कहा : विद्यालय परिवार में हर छोटी-छोटी चीजों को ध्यान देना महत्वपूर्ण है. संस्था/विद्यालय का हर सदस्य बहुत महत्वपूर्ण है. प्रबंधन द्वारा विद्यालय के नियम व शर्ते पारदर्शी होनी चाहिए. उन्होंने वर्तमान में देश की शिक्षा पद्घति पर भी चर्चा की. कहा : आज भी सिर्फ 40 प्रतिशत बच्चें ही 12वीं की परीक्षा में शामिल होते हैं. 19़ 2 प्रतिशत बच्चे ही स्नातक कर पाते हैं. 4 प्रतिशत ही उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त कर पाते हैं.
शिक्षा जगत के लिए गौरव का विषय : विद्यालय सचिव महेश त्रिपाठी के कार्यक्रम से पूर्व डॉ सैंथिल के का स्वागत करते हुए कहा : ये हमारे लिए गौरव का विषय कि सीआईआई के प्रोफेसर डॉ सैंथिल के अपना अनुभव हमारे साथ बांट रहे हैं. डॉ़ परिंदा ने कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन किया. विद्यालय प्राचार्य डॉ़ अशोक सिंह ने मुख्य अतिथी सह वक्ता डॉ सैंथिल केके साथ अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया. कहा : यह हमारे शहर के शिक्षा जगत के लिए गौरव का विषय है.
ये थे उपस्थित : फादर प्रदीप सैल-प्राचार्य संत जेवियर, लता मोहन-प्राचार्य श्री अयप्पा पब्लिक स्कूल, जोस थॉमस- प्राचार्य जीजीपीएस, चिन्मय घोष-प्राचार्य आदर्श विद्या मंदिर, परमजीत कौर, उप प्राचार्य डीपीएस, बी़ पात्र-प्राचार्य सरदार पटेल, अनिल गुप्ता-प्राचार्य क्रिसेन्ट पब्लिक स्कूल सहित चिन्मय विद्यालय के गौतम नाग, वैजयंती आर सत्यवती, हरिहर पाडें, विजय भौमिक, शंभू नाथ झा, अशोक कुमार झा, संजीव सिंह, विजय गोप, ओम प्रकाश उपस्थित थे.