कसमार: बीपीएल की पेच की वजह से जरीडीह प्रखंड अंतर्गत बाराडीह गांव के 60 वर्षीय गुरुपद महतो आज तक इंदिरा आवास से वंचित है. गुरुपद महतो का घर ध्वस्त हो चुका है. बीपीएल धारी नहीं होने के कारण उसका आशियाना नहीं बन पा रहा है. गुरुपद महतो का न तो बेटा है ना ही पत्नी. अकेले दूसरों के बरामदों में रह कर अपना जीवन बसर कर रहा है. इसकी बात न अधिकारी सुन रहे हैं, ना ही कोई जनप्रतिनिधि को इनकी सुधि है.
गुरुपद ब्लॉक ही नहीं, जनप्रतिनिधियों का भी कई चक्कर लगा कर थक चुका है. थके-हारे गुरुपद मानते हैं कि बची-खुची जिंदगी भटकते ही कटेगी. वह मान चुके हैं कि इस व्यवस्था में लाचार गरीब की सुनने वाले कोई नहीं.
क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि
कुछ महीनों पहले मैंने वृद्घ गुरुपद महतो को इंदिरा आवास दिलाने के लिए उपायुक्त महोदय से मिली थी. वृद्घ को इंदिरा आवास दिलाने की अपील की थी, लेकिन इस पर अभी तक कोई पहल नहीं हो पायी.
पुष्पा देवी, पंसस
इस संबंध में बाराडीह पंचायत की मुखिया गया देवी का कहना है कि उन्होंने ग्रामसभा के जरिये श्री महतो का नाम सूची में डाल दिया है. लेकिन अधिकारी बीपीएल नहीं होने का बहाना बना कर इन्हें इंदिरा आवास से वंचित कर देते हैं.
गया देवी, मुखिया, बाराडीह