प्रभात खबर आपके द्वार. मामरकुदर गांव के हरिलागोड़ा टोला के लोगों ने बतायी समस्या
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गड्ढा खोदा, पर नहीं हुआ कुआं निर्माण
प्रभात खबर आपके द्वार. मामरकुदर गांव के हरिलागोड़ा टोला के लोगों ने बतायी समस्या चास : चास प्रखंड स्थित कोलबेंदी पंचायत के हरिलागोड़ा गांव में मनरेगा के अधीन बनाये जाने वाले लगभग 15 कुआं का निर्माण पिछले दो वर्ष से किया जा रहा है, लेकिन अभी तक पूर्ण नहीं हुआ है. वर्ष 2015-16 में मनरेगा […]
चास : चास प्रखंड स्थित कोलबेंदी पंचायत के हरिलागोड़ा गांव में मनरेगा के अधीन बनाये जाने वाले लगभग 15 कुआं का निर्माण पिछले दो वर्ष से किया जा रहा है, लेकिन अभी तक पूर्ण नहीं हुआ है. वर्ष 2015-16 में मनरेगा के तहत 17 लाभुकों के नाम कुआं पास हुआ था, लेकिन अब तक सिर्फ दो कुआं ही पूर्ण होने के कगार पर है. बाकी के 15 में सिर्फ 10 से 15 फीट गड्ढा खोदा गया और निर्माण कार्य छोड़ दिया गया. लाभुकों ने बताया कि एक किस्त का पैसा मिला, जिससे काम करवाया गया. बाकी की राशि प्रशासनिक उदासीनता के कारण नहीं मिल पायी. मंगलवार को प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन मामरकुदर गांव के हरिलागोड़ा टोला में किया गया.
इस दौरान ग्रामीणाें ने खुलकर अपनी समस्या बतायी. कहा कि अधूरे पड़े कुएं अब जानलेवा साबित हो रहे हैं. इसलिये कांटा व छप्पर बनाकर ढंक दिया है. वहीं कई में झाड़ियां उग आयी है. लाभुक अविलाश महतो, दुर्योधन महतो, शांति राम महतो, नंदलाल महतो, करमचंद महतो, गोउर महतो, केदार महतो, गोपाल महतो, महेश्वर महतो आदि ने बताया कि कुएं का निर्माण कार्य अभी भी बाकी है. ग्रामीणों ने बताया कि यहां सरकारी योजनाएं तो आती है, लेकिन प्रशासन के उदासीनता के कारण काम पूरा नहीं हो पा रहा है. संवेदक आदि मिलकर सरकारी पैसे की लूट कर रहे हैं. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यहां सरकारी योजनाओं में सिर्फ लूट की जा रही है.
जनवितरण दुकानदार को बदलने की मांग : हरिलागोड़ा के ग्रामीणों ने बताया कि जनवितरण दुकानदार प्रत्येक सामग्री पर अपना हिस्सा काट लेता है. पूरा राशन मांगने पर मारपीट करने व कार्ड रद्द करने की धमकी दी जाती है. जो भी ग्रामीण वितरण के दिन राशन लेने नहीं जाता है, उसे फिर नहीं दिया जाता है. इसको लेकर दर्जनों बार शिकायत की गयी. अधिकारियों ने आकर जांच भी की, जिसमें दुकानदार को दोषी भी पाया गया, लेकिन उसका लाइसेंस रद्द नहीं किया गया. उन्होंने दुकानदार बदलने की मांग की. लाभुक परेशान हैं. ग्रामीणों ने बताया कि स्थानीय मुखिया व जनवितरण दुकानदार दोनों एक ही व्यक्ति हैं. मुखिया की ओर से हरिलागोड़ा के ग्रामीणों को कभी भी आमसभा की जानकारी नहीं दी जाती है. इससे उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी भी नहीं मिल पाती है.
नहीं मिला शौचालय योजना का लाभ : ग्रामीणों ने बताया कि हरिलागोड़ा में लगभग 150 से अधिक परिवार रहते हैं, लेकिन किसी भी परिवार को शौचालय योजना का लाभ नहीं मिला है. स्थानीय मुखिया को दर्जनों बार आवेदन दिया गया, लेकिन सूची में नाम नहीं डाला गया. वहीं गांव के सिर्फ चार लोगों को ही प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला हुआ है. जबकि जरूरतमंद लाभुक अभी भी आस लगाये बैठे हैं. यहां डोभा निर्माण में भी धांधली की गयी है. डोभा के लाभुक जटल महतो ने बताया कि पहला किस्त दिया गया, इसके बाद काम राशि की प्राप्ति नहीं हुई. इससे डोभा का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है.
10 वर्ष बाद भी पीसीसी सड़क की नहीं हुई ढलाई : पूर्व विधायक हारु रजवार की ओर से वर्ष 2006 में हरिलागोड़ा टोला में 300 फीट पीसीसी सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया गया था. लेकिन अब तक इसमें ढलाई का काम नहीं कराया गया है. संवेदक की ओर से सिर्फ ईंट बिछाकर सोलिंग किया गया.
लाभुकों ने कहा
मेरे कुआं का निर्माण वर्ष 2016 में शुरू किया गया था. प्रथम किस्त की राशि प्राप्त हुई. उसमें से काम कराया गया, लेकिन इसके बाद काम ही रोक दिया गया.
अविलाश महतो
मैंने अपने खेतीहर जमीन पर कुआं निर्माण के लिये जगह दी थी. कुआं तो पूरा बना नहीं उपर से यह जानलेवा बन गया है. बच्चे खेलते-खेलते कुआं के लिए खोदे गड्ढे में गिर सकते है.
कैलाश महतो
मेरे पिता दुर्योधन महतो के नाम से कुआं निर्माण का लाभ मिला था. इसपर हमने अपने भी पैसे लगाकर बड़ा कुआं बनाना था, लेकिन कुछ फीट गड्ढे खुदवाकर काम रोक दिया गया है.
अमर महतो
70 वर्ष उम्र बीतने को है. पेंशन के लिये कई बार आवेदन दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. सरकारी योजनाएं आती तो हैं, लेकिन लाभ नहीं मिल रहा है. अधिकारी जांच कर कार्रवाई करें.
चीनीबास महतो
मुखिया नहीं लेते हैं पेंशन का आवेदन
ग्रामीणों ने बताया कि इस क्षेत्र में अधिकांश लोग किसान है. ये खेती कर अपना घर व परिवार का पालन पोषण करते हैं. 60 वर्ष की उम्र बीतने के बाद पेंशन के लिये मुखिया को आवेदन दिया जाता है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. गांव में सैकड़ों बुजुर्ग हैं, जिन्हें वृद्धा पेंशन की आवश्यकता है, लेकिन मुखिया इस मामले में उदासीन रवैया अपनाते हैं.
कुआं निर्माण पर अनियमितता के मामले में मेरे पास किसी लाभुक ने शिकायत नहीं की है. आवेदन मिलने पर जांच कर कार्रवाई की जायेगी. ग्रामीणों को शौचालय का लाभ देने के लिये फंड भेज दिया गया है. मुखिया या स्वयंसेवक के माध्यम से आवेदन जमा करें. अन्य समस्याओं की जानकारी मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जायेगी.
कपिल कुमार, बीडीओ, चास प्रखंड
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