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मनुष्य के लिए आध्यात्मिक साधना आवश्यक
धर्म महासम्मेलन का समापन तीन जनवरी को बोकारो : आनंद मार्ग प्रचारक संघ की ओर से आनंद नगर में तीन दिवसीय धर्म महासम्मेलन सोमवार से 72 घंटे के अखंड कीर्तन बाबा नाम केवलम से शुरू हुआ. प्रथम दिन प्रभात संगीत का गायन, सामूहिक साधना व तीन प्रभात संगीत हिंदी, बंगला व अंग्रेजी में पढ़ कर […]
धर्म महासम्मेलन का समापन तीन जनवरी को
बोकारो : आनंद मार्ग प्रचारक संघ की ओर से आनंद नगर में तीन दिवसीय धर्म महासम्मेलन सोमवार से 72 घंटे के अखंड कीर्तन बाबा नाम केवलम से शुरू हुआ. प्रथम दिन प्रभात संगीत का गायन, सामूहिक साधना व तीन प्रभात संगीत हिंदी, बंगला व अंग्रेजी में पढ़ कर सुनाया गया. पुरोधा प्रमुख आचार्य किंशुक रंजन सरकार ने कहा : साधना जगत में व्यावहारिक पद्धति द्वारा साधक अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ते हैं. मनुष्य का जीवन त्रिस्तरीय है, जो शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक है.
आत्मा का अनुभव नहीं कर सकते : कहा : सिद्धांत द्वारा मन का अनुभव कर सकते हैं. आत्मा का अनुभव नहीं कर सकते हैं.इसके लिए आध्यात्मिक साधना जरूरी है. ज्ञान की चर्चा करते हैं, तो इसे भौतिक व आध्यात्मिक ज्ञान के रूप में पाते हैं. आध्यात्मिक साधना द्वारा मन का विस्तार होता है. आध्यात्मिक साधना द्वारा मन को केंद्रित करने के लिए कीर्तन सहायक होता है. इसलिए आनंद मार्ग के धार्मिक कार्यक्रम शुरू करने से पहले प्रभात संगीत के साथ कीर्तन जरूरी है. मौके पर आनंद मार्ग के दर्जनों साधक मौजूद थे.
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