कसमार: कसमार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक की लापरवाही का एक मामला प्रकाश में आया है. कसमार थाना क्षेत्र के सूरजुडीह स्थित सुइयाडीह निवासी मुक्तेश्वर महतो ने आरोप लगाया है कि चिकित्सक की लापरवाही के कारण उनकी पत्नी लक्ष्मी देवी (26) के हाथ में इंजेक्शन का निडल फंसा रह गया. उन्होंने उपायुक्त को आवेदन […]
कसमार: कसमार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक की लापरवाही का एक मामला प्रकाश में आया है. कसमार थाना क्षेत्र के सूरजुडीह स्थित सुइयाडीह निवासी मुक्तेश्वर महतो ने आरोप लगाया है कि चिकित्सक की लापरवाही के कारण उनकी पत्नी लक्ष्मी देवी (26) के हाथ में इंजेक्शन का निडल फंसा रह गया. उन्होंने उपायुक्त को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है़ आवेदन की प्रतिलिपि स्वास्थ्य मंत्री, जल संसाधन मंत्री व सिविल सर्जन बोकारो को भी दी गयी है़.
शिकायत के अनुसार, पांच दिसंबर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उनकी पत्नी का बंध्याकरण आॅपरेशन हुआ था़ गांव की आंगनबाड़ी सेविका चपला देवी वहां ले गयी थी़ आॅपरेशन के दौरान पत्नी के दाएं हाथ में इंजेक्शन दिया गया था़ वह अर्द्धबेहोश थी़ दर्द निवारक दवा भी दी गयी थी़.
दो दिन बाद जिस जगह इंजेक्शन दिया गया था, वहां दर्द शुरू हो गया़ चिकित्सक को दिखाने अस्पताल गयी तो पुन: दर्द निवारक दवा दी गयी़ बावजूद दर्द कम नहीं हुआ़ दर्द बढ़ने पर पेटरवार में एक्स-रे कराया गया़, जिसमें पता चला कि इंजेक्शन का निडल उसके हाथ के अंदर ही फंसा हुआ है़ बुधवार को स्थानीय समाजसेवी अमरदीप महाराज की पहल पर अस्पताल जाने पर पीड़िता की बात किसी ने नहीं सुनी़
एक्स-रे रिपोर्ट में जिस प्रकार का निडल दिख रहा है, वह ऑपरेशन के दौरान हाथ में नहीं दिया जाता है. महिला ने ऑपरेशन से पहले या बाद में किसी और इलाज में इंजेक्शन लिया होगा और संभवत: उसी समय ही निडल फंस गया होगा. संयोग से बंध्याकरण ऑपरेशन के बाद दर्द शुरू हुआ होगा, जिस कारण भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गयी है़
डॉ नवाब, चिकित्सा प्रभारी, कसमार