चास. पंचायतों में सरकारी योजनाओं का लाभ छूटे लोगों को दिलाने के लिये प्रखंड कार्यालय की ओर से ग्रामसभा किया जाना है, लेकिन कार्यालय की ओर से ग्रामसभा करने की तिथि की जानकारी नहीं दी जाती है. जिस दिन ग्रामसभा होनी है, उसी दिन जानकारी दी जाती है. इससे कई पंचायतों में ग्रामसभा नहीं हो पायी है. यह कहना है चास प्रमुख सरिता देवी का. प्रमुख श्रीमती देवी सोमवार को प्रखंड कार्यालय स्थित सभागार में पत्रकारों को संबोधित कर थीं. उन्होंने बताया कि सरकार के सचिव की ओर से बीते 29 नवंबर को पत्र जारी कर पंचायतों में ग्रामसभा करने का आदेश निर्गत किया गया है.
बताया कि प्रतीक्षा सूची से नाम हटाने का भी काम किया जाना है. ग्रामसभा की कार्रवाई के बाद इसकी नयी सूची राज्य सरकार को उपलब्ध कराना है. ग्रामसभा आयोजित करने की जानकारी प्रमुख, उपप्रमुख, पंचायत समिति सदस्य सहित अन्य को देना है.
ताकि ग्रामसभा में ग्रामीणों के साथ सभी मौजूद रहें, लेकिन प्रखंड कार्यालय की ओर से जिस दिन ग्रामसभा होनी है, उसी दिन दोपहर के बाद व्हाट्सएप पर सूचना दी जाती है. जबकि स्मार्टफोन कई लोगों के पास नही है. इसके बावजूद पत्र समय पर नहीं दिया जाता है. इस कारण ग्रामसभा का आयोजन होने में कठिनाई होती है. पूर्व में सूचना मिलने पर ग्रामसभा करने की तैयारी की जा सकती है. प्रमुख ने कहा कि प्रखंड कार्यालय के मनमानी के कारण आक्रोश है. मौके पर उपप्रमुख नित्यानंद चौधरी सहित पंचायत समिति सदस्य मौजूद थे.