श्री मिश्रा के अनुसार, गांव के बड़ाबांध के जीर्णोद्धार के लिए लघु सिंचाई विभाग से टेंडर निकाला गया था़ संवेदक व विभाग के अभियंता की मिली भगत के कारण बड़ाबांध के जीर्णोद्धार के नाम पर केवल खानापूर्ति की गयी़.
जीर्णोद्धार के चार-पांच दिनों के बाद ही बरसात में बांध का पानी गांव के लोगों के घर में घुस गया़ घर में पानी घुसने से स्थानीय कई लोगों का हजारों रुपये मूल्य का समान बर्बाद हो गया़ इस बात की शिकायत स्थानीय बीडीओ से की गयी तो लघु सिंचाई विभाग के अभियंता जांच करने गांव आये़ यहां स्थानीय लोगों ने अभियंता को बताया : जीर्णोद्वार के नाम पर विभाग द्वारा केवल खानापूर्ति की गयी है़ इस बात पर अभियंता भड़क गये़ लोगों के साथ गाली-गलौज कर जेल भेजने की धमकी दी़ पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गयी है़.