चास: चास अनुमंडल क्षेत्र के सात हजार आबादी वाले सांगजोरी, पत्थर कट्टा व कुलटांड़ साइड आदि विस्थापित पुनर्वास गांव को न तो नगर परिषद और न ही पंचायत में रखा गया है. इस वजह से यहां अनगिनत बुनियादी समस्याएं हैं.
शहर व पंचायत में शामिल नहीं होने से इन गांवों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
बताते चले कि अविभाजित बिहार के समय यह सभी को पंचायत के अधीन रखा गया था. लेकिन नये परिसीमन के तहत पंचायत चुनाव में इन गांवों को किसी पंचायत के अधीन नहीं रखा गया. जबकि आस-पास के अन्य गांवों को पंचायत व चास नगर परिषद् के अधीन रखा गया है. अधिकार को लेकर यहां के ग्रामीण लगातार आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन प्रशासन इन सभी की मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.