बोकारो: बुधवार को जिला परिषद अध्यक्ष सुषमा देवी व सीइओ दिगेश्वर तिवारी ने चास प्रखंड के पुपुनकी में स्थित जिला परिषद की 27 एकड़ भूमि की जांच की. इसमें पता चला कि पहले से बने चास-धनबाद हाइवे जिला परिषद की भूमि पर अवस्थित है.वहीं प्रस्तावित फारलेन एनएच भी जिला परिषद की भूमि से होकर गुजरेगी. जिला परिषद अध्यक्ष सुषमा देवी ने कहा: जिला परिषद भूमि के एवज में मुआवजा के लिए एनएचएआइ से दावा पेश करेगा. भूमि हस्तांतरण के लिए जिला परिषद ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है़ उसी भूमि पर चास नगर निगम का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण भी बिना किसी सहमति के किया गया है.
चास नगर निगम पानी का पैसा वसूल करता है, लेकिन जिला परिषद को कोई राजस्व नहीं मिल रहा है. जिला परिषद की निगरानी टीम में शामिल अनिता देवी, संजय कुमार के अलावे अन्य लोग है. उनके द्वारा रिर्पोट सौंपी जायेगी. उसके बाद दोनों मामले में कार्रवाई की जायेगी.
27 एकड़ भूमि की चाहरदिवारी में भी हुई है गड़बड़ी : जिला परिषद सदस्य अनिता देवी ने बैठक में पुपुनकी स्थित भूमि के चाहरदिवारी में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी. जिप अध्यक्ष व डीडीसी के नेतृत्व में टीम ने मामले की जांच की. इसमें भूमि का समतलीकरण नहीं करने, प्राक्कलन के अनुरूप निर्माण कार्य नहीं किया गया है. पीलर में 12 एमएम के बजाय 10 एमएम का छड़ पाया गया. चाहरदिवारी का कार्य 2015 में पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष मिहिर सिंह के कार्यकाल में किया गया था. गड़बड़ी के आरोप के बाद संवेदक का अंतिम भुगतान पर रोक लगायी गयी है. उक्त चाहरदिवारी व समतलीकरण का कार्य चार चरण में कुल 80,77,200 रुपये की लागत से हुआ है.