Advertisement
…तो होता एक लाख किलो से ज्यादा मछली का उत्पादन
बोकारो: वर्षा जल संरक्षण व किसानों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से डोभा निर्माण की योजना बनी थी. इसके बाद योजना में मत्स्य पालन को भी जोड़ दिया गया. हर डोभा में मछली का बीज डालने की योजना थी. बोकारो में 5614 डोभा का निर्माण हुआ. लेकिन, सिर्फ 200 डोभा में ही मछली पालन संबंधी […]
बोकारो: वर्षा जल संरक्षण व किसानों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से डोभा निर्माण की योजना बनी थी. इसके बाद योजना में मत्स्य पालन को भी जोड़ दिया गया. हर डोभा में मछली का बीज डालने की योजना थी. बोकारो में 5614 डोभा का निर्माण हुआ. लेकिन, सिर्फ 200 डोभा में ही मछली पालन संबंधी काम को अंजाम दिया गया. मतलब, बोकारो जिला में बने डोभा में मत्स्य पालन की योजना फेल हो गयी है.
एक डोभा में औसतन 20 किलो मछली का उत्पादन : एक डोभा में एक लाख एस पौंड डाला जाता है. इससे 15-20 हजार बीज तैयार होता है. कुल मछली के रूप में 20 किलो प्राप्त होता है. इस हिसाब से बोकारो जिला में एक लाख दो हजार 280 किलो मछली का उत्पादन होता. लेकिन, सिर्फ 200 डोभा में मछली का एस पौंड डाला गया. इससे सिर्फ 04 हजार किलो मछली का उत्पादन ही संभव है.
13 हजार मीट्रिक टन मछली उत्पादन का लक्ष्य : बोकारो कुल खपत के बराबर मछली का उत्पादन नहीं कर पाता है. इसी कारण आंध्र प्रदेश समेत अन्य राज्यों से मछली मंगायी जाती है. उत्पादन व खपत की खाई को कम करने के लिए 2017-18 में 13 हजार मीट्रिक टन मछली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है. मछली उत्पादन के लिए बोकारो में 1340 एकड़ भूमि का प्रयोग किया जाता है. इनमें से 730 एकड़ सरकारी भूमि है, जबकि 565 एकड़ निजी भूमि है. डोभा के 45 एकड़ भूमि को भी इसमें शामिल किया गया है. बोकारो में तेनुघाट व कोनार डैम से मुख्य रूप मछली उत्पादन होता है.
रिप्राइन फिश फार्मिंग योजना से लक्ष्य होगा पूरा
मत्स्य विभाग इस साल रिप्राइन फिश फार्मिंग योजना के जरिये लक्ष्य को पूरा करने की कोशिश में है. विभाग की कोशिश चेकडेम या ठहरे हुए पानी में मछली पालन की है. ग्रुप बना कर विभाग लोगों को ट्रेनिंग देगा. हर ग्रुप में 10 सदस्य होंगे. विभाग ने 40 ग्रुप बनाने का लक्ष्य रखा है. इस योजना में ग्रुप को मुफ्त में बीज व फीड दी जायेगी. इसके लिए अभी चयन की प्रक्रिया चल रही है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement