एफिशिएंसी ने कई कंपनियों के साथ मिलकर बिजली घरों व अन्य सार्वजनिक जगहों पर दर्जनों स्टॉल लगाकर बल्ब बेचे थे. बेचने के समय कहा गया था कि एलइडी यदि खराब हुए तो उन्हें बिना कोई अतिरिक्त शुल्क लिए बदल लिया जाएगा. जिन उपभोक्ताओं ने बिजली बिल, आइडी दिखाकर 90 से 100 रुपये देकर ये बल्ब खरीदे थे, वह समझ नहीं पा रहे कि बल्ब बदलने अब कहां जाएं. विद्युत कार्यालय जाओ तो वहां से बैरंग लौटा दिए जा रहे है. लोग प्रत्येक दिन चास विद्युत कार्यालय पहुंच बल्ब बदलने के लिए पूछते हैं तो अधिकारी सही से जवाब भी नहीं देते. बोकारो के सेक्टर दो स्थित मेन पोस्ट ऑफिस में एलइडी बल्ब बदले जा रहे हैं, लेकिन चास के लोगों के लिये कोई सुविधा नहीं दी गयी है. कई लोगों के पास बल्ब रखे-रखे गारंटी समय सीमा को भी पार कर गये है. ऐसे में लोग सरकारी एलइडी बल्ब से तौबा कर रहे हैं.
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खराब एलइडी बल्ब बदलने के लिए भटक रहे उपभोक्ता
चास. बिजली विभाग ने उपभोक्ताओं को कम ऊर्जा की खपत का प्रोत्साहन देकर एलइडी बल्ब जोर-शोर से बेचे. खुले बाजार के मुकाबले काफी कम दाम पर एलइडी बल्ब बेचे गये थे. कहा गया था कि गारंटी अवधि में खराब बल्ब को बदल लिया जायेगा. सरकार की ओर से एलइडी बल्ब बेचने के लिये एनर्जी एफिशिएंसी […]
चास. बिजली विभाग ने उपभोक्ताओं को कम ऊर्जा की खपत का प्रोत्साहन देकर एलइडी बल्ब जोर-शोर से बेचे. खुले बाजार के मुकाबले काफी कम दाम पर एलइडी बल्ब बेचे गये थे. कहा गया था कि गारंटी अवधि में खराब बल्ब को बदल लिया जायेगा. सरकार की ओर से एलइडी बल्ब बेचने के लिये एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) को अधिकृत किया गया था.
तीन लाख से अधिक लोगों ने खरीदे थे बल्ब : जानकारी के अनुसार चास के करीब तीन लाख से अधिक मीटर धारकों ने एलइडी बल्ब की खरीददारी की़ थी. बताया जाता है कि कंपनी ने ग्राहकों को 85 से 90 रुपये में जो एलइडी बल्ब उपलब्ध कराया था, वह घटिया कंपनी की थी़. गुणवत्ता अच्छी नहीं रहने के कारण बल्ब जल्दी खराब हुये और ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई. लोग बिना सत्यता जाने सस्ता सोचकर एलइडी बल्ब खरीद लिए.
लक्ष्य पूरा नहीं हुआ, स्टॉक खत्म हो गया : शुरुआत में खराब होने पर कइ एलईडी बल्ब हाथों हाथ बदले भी गए. इससे ग्राहकों को विश्वास हो गया कि एलइडी नहीं चले तो कम से कम बदले तो जाएंगे ही. इस योजना को शुरू हुए दो वर्ष बीत गये. इस बीच जिले में 15 लाख उपभोक्ताओं को ये बल्ब बेचे गए. प्रति उपभोक्ता तीन बल्ब के हिसाब से जिले के 15 लाख उपभोक्ताओं को कुल 56 लाख एलइडी बल्ब बेचने का लक्ष्य था. ये लक्ष्य भी पूरा नहीं हुआ और स्टॉक खत्म हो गया था. दूसरा स्टॉक अभी तक पहुंचा नहीं है.
बिजली घर नहीं तो पोस्ट ऑफिस जाएं : चास विद्युत कार्यालय के अधिकारियों के मुताबिक इस समय सेक्टर दो स्थित प्रधान डाकघर में एलइडी बल्ब बेचे व बदले जा रहे हैं. बल्ब की कीमत घटकर 65 रुपये कर दी गयी है. यहां जाकर खराब एलइडी बदले जा सकते हैं. इसके लिए आइडी और बिल दिखाना होगा.
एलइडी बल्ब बेचने के लिए जो स्टॉल हमारे यहां लगे थे वह सिर्फ सहयोग के लिए थे. जल्द ही एलइडी बल्ब खरीदने व बदलने के लिए चास विद्युत कार्यालय में एक काउंटर खोला जायेगा.
सुनील कुमार, अधीक्षण अभियंता चास सर्किल
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