दस्ता में 10-12 की संख्या नक्सली शामिल थे. सभी वरदी पहन कर मोटरसाइकिल से आये थे. नक्सलियों ने हरलाडीह मेन चौक, बाजार तथा नारायणपुर में ग्रामीणों व दुकानदारों के बीच परचा का वितरण कर माओवादी बंद को सफल बनाने की चेतावनी दी. दस्ता करीब आधे घंटे तक कई गांवों में घूमता रहा.
परचा में लिखा है कि गिरिडीह जिले के पारसनाथ में एक आदिवासी (डोली मजदूर) मोतीलाल बास्के की फरजी मुठभेड़ में हत्या की गयी है. 28 जुलाई से तीन अगस्त तक शहीदी सप्ताह पर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी. इधर, नावाडीह प्रखंड के पेंक-नारायणपुर थाना प्रभारी धुम्मा किस्कू ने कहा कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं है.