बोकारो : बोकारो कार्यालय का एडिटोरियल इवेंट ‘प्रभात खबर संवाद’ 30 जून, 2017 (दिन-शुक्रवार) को सेक्टर-2 गुरुद्वारा स्थित गुरु गोविंद पब्लिक स्कूल में हुआ. विषय था : बच्चों की टीवी से चिपके रहने की आदत को कैसे दूर की जाये. इसमें स्कूल की इंचार्ज सहित एक दर्जन से अधिक शिक्षिकाएं शामिल हुई.
कहा : बच्चों के टीवी से चिपके रहने का आलम यह है कि बच्चे माता-पिता सहित परिजनों को थोड़ी देर से पहचानते हैं, पर छोटा भीम, डोरेमैन, नोविता, मोटू-पतलू आदि को आसानी से पहचान लेते हैं.
संवाद कार्यक्रम में शामिल शिक्षिकाओं ने कहा : स्कूल जाने से पहले और स्कूल से आने के बाद बच्चे टीवी से चिपक जाते हैं. टीवी से चिपके रहने का प्रतिकूल प्रभाव बच्चों पर पड़ रहा है. छोटे-छोटे बच्चों को चश्मा की जरूरत पड़ रही है. बच्चों में चिड़चिड़ापन पनप रहा है. शिक्षिकाओं ने कहा : टीवी से दूर रखने के लिए बच्चों को शाम में घर से बाहर खेलने भेजें. पार्क में घुमाने ले जायें. बच्चों की अनुपस्थिति में अभिभावक टीवी देखें. बच्चों से प्यार से समझायें. प्रस्तुत है संवाद में शामिल शिक्षिकाओं की बात.
सेक्टर-2 गुरु गोविंद पब्लिक स्कूल में बोलीं शिक्षिकाएं
सुलक्षणा : बच्चों को बाहर पार्क में ले जायें. पेड़-पौधे व पशु-पक्षियों के बारे में दिखा कर जानकारी दें. शाम में बच्चों को प्ले ग्राउंड भेजें ताकि वह दूसरे बच्चों के साथ खेलें.
रजनी मिश्रा : अभिभावक बच्चे से रिमोट ले कर टीवी बंद न करें और न ही अपनी पसंद का प्रोग्राम लगा कर देखने बैठ जायें. बच्चों की अनुपस्थिति में अभिभावक टीवी देखें.
संध्या : बच्चों की पसंद के हर प्रोग्राम में कमी न निकालें कि यह खराब है, बल्कि उससे पूछे कि वह जो देख रहा है, उससे उसने क्या सीखा और हम भी वह प्रोग्राम देखेंगे.
अलका : अभिभावक अखबार में टीवी का प्रोग्राम देखें. बच्चे के साथ बैठ कर तय करें कि कौन कितने बजे कौन-सा प्रोग्राम देखेगा. इससे बच्चा सिलेक्टिव हो जाता है.
उर्मिला : बच्चे के कमरे में टाइम टेबल लगा दें कि वह किस वक्त टीवी देखेगा, किस वक्त पढ़ेगा और किस समय खेलेगा. इससे बच्चा समय के अनुसार टीवी देखेगा.
सुकृति : अभिभावक यह प्रयास करें की लंच व डीनर के समय टीवी बंद रहे. इस समय बच्चों के साथ बात करें. स्कूल की गतिविधि पूछें. पढाई के प्रति प्रेरित करें.
शिवानी : बच्चों के व्यवहार को समझते हुए अन्य विकल्प तलाशें, जो उन्हें व्यस्त रख सकता है. इससे बच्चे धीरे-धीरे टीवी से दूर होते जायेंगे.
नित्यप्रभा : बच्चों के रूम में टीवी कभी न रखें. इससे उनका पढ़ाई में ध्यान कम होगा. साथ ही हर समय उन्हें टीवी देखने का मन करेगा. टीवी कॉमन रूम में रखें.
अंजलिका : बच्चों को इनडोर व आउटडोर गेम के प्रति जागरूक करें, इससे बच्चे टीवी से दूर होंगे. खेल से बच्चों का मानसिक व शारीरिक विकास होगा.
क्लेरिशा : बच्चों को हर समय टीवी देखने के लिए डांटने के बजाय, उन्हें प्यार से समझायें कि टीवी अधिक देखने से क्या-क्या प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है.