कुमार ऋषभ का आरोप है कि 18 अप्रैल को दोनों पिता-पुत्र उसकी स्कूटी लेकर निकले, लेकिन बाद में स्कूटी लेकर नहीं लौटे. जब ऋषभ, कृपाल सिंह को खोजते हुए उनके फ्लैट के पास पहुंचा, तब बाहर से ताला बंद मिला. 20 अप्रैल तक नहीं लौटने पर ऋषभ को लगा कि उसके साथ ठगी हुई है. उसकी स्कूटी में जीपीएस लगा था, जब उसने लोकेशन सर्च किया, तब स्कूटी का लोकेशन मानगो मिला. इसी बीच ऋषभ भी वहां पहुंचा गया. उसने देखा कि दोनों पिता-पुत्र मानगो में नईम अंसारी को 3500 रुपये में स्कूटी बेचने का प्रयास कर रहे हैं.
ऋषभ ने अपने परिचितों के सहयोग से दोनों पिता-पुत्र को मानगो से पकड़ कर खेलगांव थाना पहुंचा और स्कूटी सहित दोनों को पुलिस को सौंप दिया. तब पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. ऋषभ ने पुलिस को बताया कि कृपाल सिंह और जसविंदर सिंह इससे पहले मनोरंजन, मनीष, राकेश कुमार यादव सहित अन्य लोगों से रुपये की ठगी भी कर चुके हैं. पुलिस के अनुसार दोनों पिता-पुत्र पेशेवर ठग हैं. वे किसी स्थान पर घर किराये में लेकर रहते हैं. इसके बाद वहां से ठगी कर भाग जाते हैं. अभी तक दोनों के खिलाफ सात लोगों से रुपये ठगी का मामला सामने आ चुका है.