पुलिस अधिकारियों के अनुसार पूर्व में चिकित्सकों ने मामले में जो रिपोर्ट दी थी, उसमें फायर आर्म्स इंज्यूरी का उल्लेख नहीं था. इस वजह से मामले में दोबारा रिपोर्ट मांगी गयी थी. उल्लेखनीय है कि पुदांग निवासी सीमा साहू घटना के दिन कॉलेज जा रही थी. उसे अरगोड़ा मुक्तिधाम के समीप से कुछ लोग घायल अवस्था में इलाज के लिए लेकर रिम्स पहुंचे.
जहां उसने बताया कि वह पूर्व में शिवा मुंडा और मुन्ना मुंडा पर पुदांग ओपी में केस दर्ज कराया था. दोनों उसे केस उठाने की धमकी दे रहे थे. विरोध करने पर उसे हाथ में गोली मारी गयी. दोनों के खिलाफ अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. तब केस का सुपरविजन तत्कालीन हटिया डीएसपी शिवेंद्र कुमार ने किया था. उन्होंने आरोप सही पाते हुए दोनों की गिरफ्तारी का आदेश दिया था.