जवानों द्वारा अपने कैंप से ही मोरचा संभालने के बाद नक्सली भाग निकले. विस्फोट और नक्सलियों द्वारा की गयी फायरिंग में बीजीआर कंपनी के तीन कर्मचारी के घायल होने की खबर है. एक घायल कर्मचारी का नाम पदनाभन है. नक्सलियों ने एक परचा भी छोड़ा है. परचे में मां अंबे कंपनी और बीजीआर कंपनी को चेतावनी दी गयी है.
घटना की जानकारी मिलने के बाद चतरा के एसपी अंजनी कुमार झा पुलिस बल के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हुए. उन्होंने विस्फोट और फायरिंग की घटना की पुष्टि की है. देर रात वह घटनास्थल पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली. जानकारी के मुताबिक बीजीआर कंपनी आम्रपाली कोल परियाेजना में कोयला उत्खनन व ट्रांसपोर्टिंग का काम करती है. टंडवा के इस इलाके में टीपीसी के उग्रवादियों का वर्चस्व है. कोयला कारोबार से टीपीसी के उग्रवादी हर माह आठ से नौ करोड़ रुपये की लेवी वसूलते हैं. लेवी वसूली को लेकर भाकपा माओवादी के नक्सली भी इस इलाके में प्रभाव जमाना चाहते हैं.