झारखंड में लोकसभा की आठ सीटों पर लड़ेंगी पार्टी
बगोदर : देश को लूटने का षडयंत्र कर रही है देश की बड़ी-बड़ी कंपनियां. अंबानी, रिलायंस, टाटा सारी की सारी ऐसी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए देश की राजनीति गरमायी हुई है. लेकिन जनता सारी चीजें देख रही हैं. भाजपा कुछ कहती है, कांग्रेस कुछ कहती है. झारखंड में बाबूलाल मरांडी कुछ कहते हैं.
लेकिन कोई जनता के सवालों को नहीं उठाते हैं. कोडरमा हो या झारखंड के किसी भाग की आम जनता के सवाल केवल माले ही उठाती रही है.
माले ने अपने संघर्ष के बल पर कोडरमा समेत झारखंड में विकल्प के रूप में पहचान बनायी है. उक्त बातें भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंक र भट्टाचार्य ने कही. वह महेंद्र सिंह के नौवें शहादत दिवस पर बगोदर बस पड़ाव में आयोजित एक महती सभा को संबोधित कर रहे थ़े कहा कि कोडरमा की जनता के पास दो रास्ते हैं, एक बाबूलाल का, जिन्होंने जनता के सवालों को लेकर सदन में उपस्थिति तक नहीं दर्ज करायी और दूसरा महेंद्र सिंह का, जिन्होंने सड़क से लेकर सदन तक अपनी आवाज बुलंद की और कुरबानी भी दी.
इससे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्री भट्टाचार्य ने कहा कि माले संघर्ष की पार्टी है. संघर्ष के कारण पार्टी की पहचान बनी है. आगामी लोक सभा चुनाव में माले अपने दम पर चुनाव लड़ेगी. झारखंड में लोकसभा की आठ सीट व बिहार में लोक सभा की 20 से 22 सीटों पर पार्टी लड़ेगी. बिहार में 10 जनवरी से 25 जनवरी तक जन संकल्प अभियान चलाने का कार्य किया जा रहा है.
कोडरमा लोक सभा क्षेत्र में भाकपा माले मजबूत स्थिति में है. राष्ट्रीय पार्टियों का चरित्र जनता के बीच है. झारखंड में नौ साल तक भाजपा का शासन रहा और नरेंद्र मोदी ने रांची में झारखंड की बदहाली पर रोना रोया. यह हास्यास्पद है.
जनसंकल्प सभा की अध्यक्षता परमेश्वर महतो ने की, जबकि संचालन मुस्तकीम अंसारी ने किया. सभा को निरसा के मासस विधायक अरूप चटर्जी, राज्य कमेटी सदस्य राजकुमार यादव, राजेश यादव, रीना गुप्ता, मनोज पांडेय, मनोज भक्त, बहादुर उरांव, डीपी बक्शी, जयंती चौधरी, रामधन यादव, जानकी शर्मा, श्यामदेव यादव, सरबर खान, रामेश्वर चौधरी, बिरनी प्रमुख सीताराम सिंह, पवन महतो, बासुदेव प्रसाद, जनार्दन प्रसाद, पूनम महतो, शेख तैय्यब, भोला मंडल, केदार मंडल, नकुल मंडल आदि ने संबोधित किया. मौके पर विभिन्न दलों के दर्जनों लोग माले में शामिल हुए.