रांची: रांची जिले की विभिन्न पंचायतों में सोलर लाइट खरीद में गड़बड़ी मामले में कार्रवाई की सूचना नहीं है. सरकारी एजेंसी जेरेडा के बजाय निजी पार्टियों से सोलर स्ट्रीट लाइट अनाप-शनाप लागत में खरीदी गयी थी. इससे संबंधित खबर प्रभात खबर के 17 फरवरी के अंक में प्रकाशित हुई थी. इसके आलोक में उपायुक्त ने डीडीसी से जांच कर 14 दिनों में रिपोर्ट देने को कहा था.
इधर करीब चार माह बाद डीडीसी ने जांच रिपोर्ट दी. इसमें लाइट खरीद में गड़बड़ी की पुष्टि की गयी. वहीं खरीद पर खर्च करीब डेढ़ करोड़ रुपये की वसूली मुखिया व पंचायत सेवक से करने तथा आपूर्तिकर्ताओं को काली सूची में डालने संबंधी अनुशंसाएं की गयी थीं. उपायुक्त ने प्रखंड विकास पदाधिकारियों को कार्रवाई का निर्देश दिया था. इधर किसी प्रखंड से इस संबंध में दोषियों पर कार्रवाई की कोई सूचना नहीं है. ज्ञात हो कि उक्त अनियमितता के आलोक में संबंधित मुखिया व आपूर्तिकर्ता से स्पष्टीकरण प्राप्त करना तथा पंचायत सेवक के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई संबंधी स्पष्टीकरण प्राप्त करना है. जेरेडा की डीजीएसएंडडी दर में दो वर्ष का रखरखाव भी शामिल है.
दो वर्ष से अधिक की वारंटी के लिए कुल मूल्य का दो फीसदी भुगतान देय है, जबकि विभिन्न आपूर्तिकर्ता द्वारा तीन वर्ष के मेंटेनेंस के लिए 4700, 5500 व 6000 रु भुगतान लिया गया है. ऐसे में दो फीसदी से अधिक देय राशि आपूर्तिकर्ताओं से वसूली करना है. अन्य विधि सम्मत कार्रवाई सहित 1.48 करोड़ रु की वसूली संबंधित मुखिया व पंचायत सेवकों से करना है.