रांची: भाजपा के पूर्व विधायक देवीदयाल कुशवाहा और लोकनाथ महतो ने शुक्रवार को पार्टी छोड़ दी. उन्होंने अपना इस्तीफा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रवींद्र राय को सौंप दिया. दोनों नेता एक नवंबरको हजारीबाग टाउन हॉल में अपने समर्थकों के साथ ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी में शामिल होंगे.
आजसू सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो के आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए दोनों नेताओं ने यह जानकारी दी. मौके पर पूर्व मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी, डॉ देवशरण भगत, प्रदीप साहू सहित आजसू के कई नेता मौजूद थे.
किन कारणों से पार्टी छोड़ी मुझें जानकारी है : रवींद्र राय
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय ने कहा कि दोनों ही अच्छे नेता हैं. उनके पार्टी छोड़ने का दु:ख है. पार्टी में हमेशा इन्हें सम्मान दिया गया. लोकनाथ महतो हों या फिर देवीदयाल कुशवाहा, दोनों की पार्टी ने हमेशा मदद की. किन कारणों से नाराज होकर पार्टी छोड़ी है,मुझेजानकारी है. यह पूछने पर कि दोनों यशवंत सिन्हा से नाराज बताये जा रहे हैं, श्री राय ने कहा कि पार्टी की अपनी नीति होती है.
कृषि मंत्री रह चुके हैं देवीदयाल कुशवाहा
1990,1995 व 2000 में हजारीबाग सदर सीट से जीते
वर्ष 2000 से 2005 तक झारखंड में कृषि मंत्री रहे.
‘‘1980 से भाजपा की सेवा की. लंबे अरसे तक नेतृत्व के साथ रहा, लेकिन झारखंड की जनता को कुछ नहीं दे सके. जिस उद्देश्य को लेकर झारखंड बना, वह पूरा नहीं हो रहा है. अब हम ऐसे दल में जा रहे हैं, जहां से झारखंड की जनता को उम्मीद दिख रही है. मैंने अपना इस्तीफा पार्टी को भेज दिया है.
देवीदयाल कुशवाहा, पूर्व मंत्री
बड़कागांव से तीन बार विधायक रहे हैं लोकनाथ
वर्ष 1995, 2000 और 2005 में चुनाव जीत कर विधायक बने.
वर्ष 2005 में उत्कृष्ट विधायक का सम्मान मिला.
‘‘25 वर्षो तक भाजपा के लिए काम किया. भाजपा अब आम लोगों की नहीं, खास की पार्टी हो गयी है. पार्टी में खास लोगों का विकास हो रहा है. पुराने लोग दु:खी हैं. हजारीबाग में कुछ लोग पार्टी चला रहे हैं. महावीर विश्वकर्मा, यदुनाथ पांडेय, केपी शर्मा जैसे लोगों को दरकिनार किया गया. आजसू उगता सूरज है, इसे बल देने आये हैं.
लोकनाथ महतो, पूर्व विधायक