धनबाद: बिहार के बाहुबली बिंदु सिंह का धनबाद में राइट हैंड तारक नाथ सिंह के छोटे भाई राजन सिंह (26) की रविवार की सुबह आठ बजे मटकुरिया में गोली मार कर हत्या कर दी गयी. उस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसायी गयी. एक गोली सिर के पिछले हिस्से में लगी. दो पीठ में. इसमें एक गोली पेट से निकल गयी, जबकि दूसरी पेट में फंसी रह गयी. घटना को लेकर कई तरह की बातें सामने आ रही है. कुछ लोग इसे जमीन के धंधे को लेकर प्रतिद्वंद्विता का परिणाम बता रहे हैं. राजन के पिता जनार्दन प्रसाद सिंह नगर निगम के अवकाश प्राप्त कर्मी हैं.
कैसे हुई घटना : बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के संजय नगर, मटकुरिया, निवासी राजन सिंह को किसी ने सुबह साढ़े सात बजे फोन कर मटकुरिया श्मशान घाट के सामने बुलाया. राजन बाइक से पहुंचा. वहां पांच युवक खड़े थे. दो बाइक बगल में खड़ी थी. उनमें आधा घंटा तक बकझक हुई. फिर मारपीट होने लगी और देखते ही देखते पिस्टल से फायरिंग की जाने लगी. राजन खून से लथपथ होकर वहीं गिर पड़ा. केंद्रीय अस्पताल में उसकी मौत हो गयी.
राजन खून से लथपथ होकर वहीं गिर पड़ा. सुबह होने व रविवार की वजह से आवाजाही कम थी. गोली मारने के बाद तीन एक बाइक व दो दूसरी बाइक पर बैठ कर विकास नगर की गली होकर धनसार की तरफ भाग निकले. आसपास के लोगों ने राजन सिंह को खून से लथपथ देख उसके घरवालों व बैंकमोड़ थाना पुलिस को खबर की. फिर राजन को अस्पताल लाया गया. थोड़ी देर बाद उसकी मौत हो गयी.
पुलिस टीम मौके पर पहुंची डीएसपी पहुंचे अस्पताल
खबर पाकर बैंकमोड़ के सर्किल इंस्पेक्टर प्रेम रंजन शर्मा व थाना प्रभारी राम प्रवेश कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पहुंचे. वहीं डीएसपी (विधि-व्यवस्था) अमित कुमार अस्पताल पहुंचे. डीएसपी के कहने पर इंस्पेक्टर व थानेदार अस्पताल आये. सरायढेला थानेदार शंकर कामती भी अस्पताल पहुंचे. डीएसपी समेत अन्य पुलिस पदाधिकारियों ने राजन के पिता समेत परिजनों से घटना के बारे में पूछताछ की. राजन की मां व बहन समेत अन्य रिश्तेदारों का रो-रो कर बुरा हाल था.
आरोपियों की जारी है तलाश : एसपी
एसपी अनूप टी मैथ्यू ने कहा कि हत्या की एफआइआर दर्ज कर ली गयी है. दुश्मनी की वजह से हत्या की गयी है. चुन्नू समेत चारों आरोपियों की तलाश में छापामारी की जा रही है. सभी शीघ्र पकड़े जायेंगे.
मृत घोषित राजन के शरीर में हरकत से मची अफरातफरी
सेंट्रल हॉस्पीटल में आकस्मिक विभाग में इलाज के दौरान चिकित्सकों ने राजन को साढ़े नौ बजे सुबह मृत घोषित कर दिया. फिर आक्सीजन की पाइप निकाल दी गयी. 15 मिनट के बाद राजन तड़पने लगा. देखते ही देखते आकस्मिक विभाग में खलबली मच गयी. चिकित्सक फिर राजन के पास पहुंचे और हर्ट को पंप किया गया. काफी देर तक चिकित्सकों व कर्मियों ने हर्ट को पंप किया. फिर अंत में चिकित्सकों ने पौने ग्यारह बजे मृत घोषित कर दिया. फिर पंचनामा तैयार कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. दिन के तीन बजे पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को शव सौंप दिया गया.