हटिया/ रांची: रांची पुलिस की टीम ने मंगलवार को तुपुदाना थाना क्षेत्र के लालखटंगा गांव के बाहर हुई मुठभेड़ में पीएलएफआइ के एक उग्रवादी को मार गिराया. साथ ही दो उग्रवादियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. घटना दिन के दो बजे की है. एसएसपी साकेत कुमार सिंह ने बताया कि मारे गये उग्रवादी का नाम राठो उर्फ देवा है.वह पीएलएफआइ का एरिया कमांडर है. उसके खिलाफ नामकुम, खूंटी व तुपुदाना में कई मामले दर्ज हैं. उसके शव के पास से एक नाइन एमएम का पिस्तौल भी पुलिस ने बरामद किया है. वहीं गिरफ्तार दोनों उग्रवादी फागू पाहन और दुर्गा मुंडा के पास से भी एक–एक पिस्तौल बरामद हुआ है.
जबकि, दो उग्रवादी भाग निकलने में सफल रहे. मारे गये उग्रवादी की उम्र करीब 25 वर्ष है. वह पहले से ही घायल था. उसके दाहिने पैर के नीचे पट्टी बंधी हुई थी, जबकि जांघ में टांके का भी निशान है. पुलिस ने आशंका जतायी है कि पिछले 23 जुलाई को खूंटी के मुरहू में माओवादियों और पीएलएफआइ के बीच हुई मुठभेड़ में राठो भी शामिल था. पंचनामा के दौरान पता चला कि पुलिस की गोली उसके सिर में लगी थी, जिसके बाद वह धान की खेत में जा गिरा.
पुलिस को देख चलायी गोली
पुलिस को सूचना मिली थी कि पीएलएफआइ के कुछ उग्रवादी तुपुदाना इलाके में हैं. इस सूचना पर एएसपी ऑपरेशन हर्षपाल के साथ तुपुदाना ओपी प्रभारी विनय कुमार सिंह और कांके थाना प्रभारी संजय कुमार को पुलिस बल के साथ भेजा गया. पुलिस को लालखटंगा डायवर्सिटी पार्क के पास पांच लोग दिखे. पुलिस को देखते ही पांचों उग्रवादी भागने लगे. पुलिस ने जब उनका पीछा किया, तो पांचों ने फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने भी जवाब में फायरिंग की, जिसमें एक उग्रवादी मारा गया.
मुठभेड़ की खबर मिलने के बाद सिटी एसपी राजीव रंजन, हटिया डीएसपी अनुरंजन केस्पोट्टा, धुर्वा व नामकुम थाना प्रभारी भी पहुंचे. आसपास के लोग भी शव देखने के लिए बड़ी संख्या में पहुंचे थे.
लेवी को लेकर फायरिंग
लालखटंगा गांव तुपुदाना–नामकुम रोड पर है. इस पांव में डायवर्सिटी पार्क है. पार्क के बगल से सड़क का निर्माण कराया जा रहा है. 15 दिन पहले पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने सड़क निर्माण करानेवाले ठेकेदार से लेवी की मांग की थी. लेवी नहीं मिलने पर उग्रवादियों ने फायरिंग कर दहशत फैलाने का काम किया था. इसके बाद से ही सड़क निर्माण का काम रुक गया था.