गुमला : असामाजिक तत्वों ने शनिवार की रात ढिढौली स्थित 300 वर्ष पुराने शिवमंदिर में शिवलिंग को स्थान से हटा दिया. अरघा को क्षतिग्रस्त कर दिया. सूचना मिलते ही रविवार की सुबह सैकड़ों ग्रामीण वहां जुट गये. आक्रोशित लोगों ने कहा कि असामाजिक तत्वों द्वारा आपसी सद्भावना को बिगाड़ने की कोशिश की गयी है.
जिला प्रशासन मंदिर परिसर में सुरक्षा की व्यवस्था करे और दोषी को अविलंब गिरफ्तार करे. सदर डीएसपी कैलाश करमाली, थाना प्रभारी निरंजन तिवारी ढिढौली मंदिर पहुंच कर ग्रामीणों को शांति व्यवस्था कायम रखने की अपील की. जानकारी के अनुसार, रविवार की सुबह पुजारी उपेंद्र पाल गिरी मंदिर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि मंदिर का गेट खुला हुआ है.
शिवलिंग अपने स्थान से हटा हुआ है और शिवलिंग का अरघा टूटा हुआ है. पुजारी श्री गिरी ने बताया कि पालकोट गढ़ के राजा दामोदर नाथ शाहदेव व गोविंदनाथ शाहदेव की उपस्थिति में प्राण प्रतिष्ठा के साथ शिवलिंग को पुन: मंदिर में स्थापित कराया जायेगा.
* जल्द गिरफ्तार करें
इधर, घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय विधायक कमलेश उरांव भी पहुंचे. पूरे मामले से अवगत हुए. श्री उरांव ने ग्रामीणों को शांति बनाये रखने की अपील के साथ ही घटना में शामिल असामाजिक तत्वों को यथाशीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की.
पुरानी कहावत के आधार पर शिवलिंग के नीचे कीमती वस्तु होने की बात कही जाती है. संभवत: चोरी के मकसद से शिवलिंग को स्थान से हटाया गया है.
कैलाश करमाली, डीएसपी