दुमका कोर्ट : शिकारीपाड़ा थाना पुलिस ने 24 अप्रैल को लैंड माइंस विस्फोट कर बड़ी वारदात को अंजाम देने में शामिल रही एक महिला सहित दो को पुलिस ने धर दबोचा है. दोनों अलग-अलग गांव के रहनेवाले हैं. गिरफ्तार किये गये नक्सलियों में एक का नाम बाबूराम बास्की उर्फ तोमड़ उर्फ लंबू (40) एवं दूसरे का नाम तालाकुड़ी मुमरू (35) है.
पुलिस ने इन दोनों को शिकारीपाड़ा में कॉलेज मोड़ के पास चेकिंग के दौरान उस वक्त पकड़ा, जब दोनों लाल रंग की बजाज प्लेटिना डब्ल्यूबी 38 एस 6093 को छोड़ कर भागने लगे. पुलिस ने खदेड़ कर उसे और तालाकुड़ी को गिरफ्तार कर लिया. भागने के क्रम में बाबूराम बास्की गिर कर चोटिल भी हुआ. पुलिस ने उसकी मोटरसाइकिल की सीट के नीचे छुपा कर रखे गये नक्सली बैनर भी बरामद किये, जिस पर लाल रंग के कपड़े पर सिल्वर रंग से ‘पुलिस के साथ पोलिंग अफसर न आवें-भाकपा माओवादी’ लिखा हुआ था.
दस्ते को उपलब्ध करा रहा था सूचना
बाबूराम बास्की को नक्सलियों के हथियारबंद दस्ते ने मतदान केंद्र में तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या, उनके पास उपलब्ध हथियार आदि की जानकारी मतदान करने के दौरान एकत्रित कर लाने को कहा था. बूथ में आठ पुलिसकर्मियों की संख्या होने की जानकारी उसने प्रवीर दा को दी थी. जानकारी लेने के बाद प्रवीर दा ने उसे असना रोड में बैठ कर निगरानी करने को कहा था. इसके बाद वही तालाकुड़ी के साथ बैठ कर आनेवाली पोलिंग पार्टी की निगरानी करने लगा था.
साढ़े चार बजे मैजिक में सवार पुलिसकर्मी तथा बस में सवार पोलिंग पार्टी को देख नक्सलियों ने बस को उड़ा दिया तथा ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे. रासनाला का रहने वाला है बाबूराम : गिरफ्तार किया गया बाबूराम बास्की शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के ही रासनाला का रहनेवाला है. उसकी पत्नी रासनाला स्कूल में एमडीएम बनाने का काम करती है. वहीं तालाकुड़ी इसी थाना क्षेत्र के जोगीखोप गांव की रहनेवाली है.