पुलिस को आशंका है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि इकलौता पुत्र होने के कारण आयुष की साजिश के तहत हत्या की गयी है, ताकि उसे संपत्ति में हक नहीं मिले. हत्याकांड में कहीं उसके दूसरे करीबी रिश्तेदार भी तो शामिल नहीं हैं. इस बिंदु पर भी पुलिस आगे जांच कर रही है.
लेकिन खूंटी जोड़ा पुल के पास संदीप का महेंद्र के साथ विवाद हो गया. इसके बाद वह वहां से भाग गया और कोबरा बटालियन कैंप पहुंचा. उसने बताया कि आयुष को महेंद्र अपने साथ खूंटी के किसी जंगल में ले गया था. जब परिजन पुलिस के साथ जंगल में आयुष को तलाशने पहुंचने, तब खूंटी के सिल्दा जंगल से आयुष का शव बरामद हुआ. उसकी हत्या रस्सी से गला दबाकर की गयी थी.