खूंटी : अड़की पुलिस ने जारंगा एवं रूनचू गांव में गुरुवार को छापेमारी कर भाकपा माओवादी के दो हार्डकोर नक्सली गणेश लोहरा व शनिका मुंडा को गिरफ्तार किया है. यह जानकारी एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा व एसडीपीओ रणवीर सिंह ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी. एसपी ने बताया कि पुलिस को दोनों नक्सलियों की लंबे समय से तलाश थी. पूछताछ के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया.
एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा को गुप्त सूचना मिली थी कि गणेश लोहरा अपने घर जारंगा व शनिका मुंडा अपने घर रूनचू परिजनों से मिलने आये हैं. इसके बाद टीम गठित कर गुरुवार की अहले सुबह दोनों गांव की घेराबंदी की गयी. पुलिस के आने की भनक मिलते ही गणेश लोहरा व शनिका मुंडा भागने लगे. इसके बाद पुलिस ने खदेड़ कर दोनों को पकड़ लिया. पूछताछ में दोनों ने संगठन के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारी दी. पुलिस की छापेमारी जारी है.
छापेमारी टीम में शामिल अधिकारी : छापेमारी टीम में सीआरपीएफ 157 बटालियन के सहायक कमांडेंट राकेश सैनी, थानेदार अड़की हरिदेव प्रसाद, सअनि फिलीप कुजूर, महेंद्र प्रसाद आदि.
गणेश लोहरा का आपराधिक इतिहास : 28 अक्तूबर 2010 को कुंदन पाहन दस्ते के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई थी. इस घटना में गणेश लोहरा भी शामिल था. पुलिस ने मुठभेड़ के बाद बम आदि बरामद किये थे. इस घटना के बाबत अड़की थाना में कांड संख्या 38/10 दर्ज है.
शनिका मुंडा का आपराधिक इतिहास : 2014 में पुलिस ने नक्सली गणेश मुंडा व बुधु मानकी को बलंगा के पास से हथियार के साथ गिरफ्तार किया था. इस दौरान शनिका भागने में सफल रहा था. अड़की थाना में इस बाबत कांड संख्या 76/14 दर्ज है. इसके खिलाफ न्यायालय से वारंट भी निर्गत है.