झाविमो की चुनावी सभा में बोले बाबूलाल
डुमरी : कांग्रेस और भाजपा कभी भी झारखंड की आवाज नहीं बन सकती है. दोनों दलों के गंठबंधन ने अलग राज्य बनने के बाद झारखंड को लुटने का काम किया है. हजारों करोड़ रुपये के कोयला घोटाला में दोनों दलों ने मिल कर सरकारी खजाने को लूटा है. एनडीए के शासनकाल में कोयला घोटाला शुरू हुआ और यूपीए के शासनकाल तक जारी रहा. यह बातें झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने रविवार को डुमरी स्थित बेसिक स्कूल के मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कही.
उन्होंने कहा कि अजरुन मुंडा के छह वर्षो के शासनकाल में करोड़ों रुपये के अनेक घोटाले हुए. मुंडा के कैबिनेट ने बिना टेंडर किये 3765 करोड़ से बनने वाले 113 किमी सड़क का काम एक बड़ी कंपनी को दे दिया. उक्त कैबिनेट में वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो उप मुख्यमंत्री के रूप में शामिल थे. इसी तरह मुंडा सरकार ने राज्य में बनने वाले नौ चेकपोस्ट को भाजपा से संबंध रखने वाली एक कंपनी को सौंप दिया. लेकिन एक भी चेक पोस्ट नहीं बन पाया.
लोकसभा चुनाव सेमीफाइनल : राष्ट्रीय व क्षेत्रीय दलों के भ्रष्टाचार को रोकने व राज्य की जनता की भलाई के लिए ही झाविमो का जन्म हुआ है. उन्होंने कहा कि झाविमो के गठन के बाद मैंने डॉ सबा अहमद के साथ प्रति वर्ष 50 हजार किमी की यात्रा राज्य में की है.
पूरे राज्य का भ्रमण कर यहां की भौगोलिक स्थिति को समझा है. झाविमो ही राज्य के जनता की आवाज बन सकती है. श्री मरांडी ने कहा कि लोकसभा चुनाव सेमीफाइनल है. इसी वर्ष विधानसभा चुनाव फाइनल के रूप में होगा. यदि झारखंड में झाविमो की सरकार बनती है तो छह माह के भीतर बीएड और टेट पास पारा शिक्षकों को अपने विद्यालय में ही स्थायी कर दिया जायेगा.
सभा को इन्होंने भी किया संबोधित : सभा को जिलाध्यक्ष प्रवीण चौधरी, पूर्व जिलाध्यक्ष सह जिप सदस्य प्रशांत जायसवाल, नुनूलाल मरांडी, प्रदीप साहू, भोला साव , डालो राम महतो, अशोक विश्वकर्मा, संजय अग्रवाल आदि ने संबोधित किया. वहीं सभा की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष युगल किशोर यादव ने की.
हक की लड़ाई के लिए हुआ है झाविमो का गठन : शाहाबादी
गिरिडीह विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी ने कहा कि झाविमो के सभी 11 विधायकों ने झारखंड को लुटने वाली पार्टियों के खिलाफ लड़ाई लड़ी है. झारखंड के साथ हो रही नाइंसाफी तथा अधिकार की लड़ाई के लिए ही झाविमो का गठन हुआ है. झाविमो प्रत्याशी डा. सबा अहमद ने कहा कि उम्र के साथ जनता की सेवा करने की चाहत बढ़ी है. यह मेरा अंतिम चुनाव है. जनता यदि मुङो मौका देगी तो मैं अपने कार्यो से उनके दिलों पर नाम लिख दूंगा.