बिदुपुर : एक ओर बाढ़ में मौत ही मौत दिख रही है, तो दूसरी ओर जीवन भी जन्म ले रहा है. राघोपुर प्रखंड की कुछ महिलाओं और बाढ़पीड़ितों को लेकर एक नाव गंगा की लहरों को चीरती हुई बिदुपुर प्रखंड में स्थित कुतुबपुर राहत शिविर में आ रही थी. उसी समय उस नाव पर बैठी गर्भवती को प्रसव पीड़ा शुरू हो गयी. नाव पर बैठी अन्य महिलाएं उसकी परेशानी को देख कर घबरा गयीं. गंगा मईया की जय, जयकारा लगा और गांव की जाने-पहचाने उपाय शुरू कर दिये गये.
यही एक मात्र सहारा सामने था. महिलाओं ने पुरुषों को एक ओर किया और कपड़ों से एक घेरा बना कर उसमें नाव पर बांस की बनी पट्टियों पर लिटा दिया. एक ओर जहां मौत सामने नाच रही थी, वहीं अचानक बच्चे के रोने की आवाज से पूरा नाव सराबोर हो उठा. लोगों ने एक बार फिर गंगा मइया की जय का जयकारा लगाया और नाविक के साथ गीत गाने लगे. ऐसा लगा जैसे बाढ़ की लहरों पर जीवन खेल रहा है. यह घटना चकमहमद गांव निवासी दिनेश महतो के साथ हुई, जो अपनी पत्नी को लेकर आ रहे थे.