विरोध. बालू व्यवसाय से जुड़े ग्रामीणों ने जताया रोष, काफी संख्या में जुटी थी पुलिस
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नकेल कसने सात बजे ही पहुंच गये थे अफसर
विरोध. बालू व्यवसाय से जुड़े ग्रामीणों ने जताया रोष, काफी संख्या में जुटी थी पुलिस हाजीपुर : बालू व्यवसाय के कथित अवैध कारोबार से जुड़े तेरसिया के ग्रामीणों के विरोध के कारण सोमवार को तेरसिया गंगाघाट किनारे कार्रवाई करने पहुंचे प्रशासनिक पदाधिकारी कार्रवाई बंद कर लौट गये. हलांकि जानकारी के अनुसार करीब एक दर्जन को […]
हाजीपुर : बालू व्यवसाय के कथित अवैध कारोबार से जुड़े तेरसिया के ग्रामीणों के विरोध के कारण सोमवार को तेरसिया गंगाघाट किनारे कार्रवाई करने पहुंचे प्रशासनिक पदाधिकारी कार्रवाई बंद कर लौट गये. हलांकि जानकारी के अनुसार करीब एक दर्जन को बालू का अवैध कारोबार करते कार्रवाई के दौरान पकड़ा गया. बालू के अवैध कारोबारियों पर कार्रवाई को लेकर प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ भारी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद था. सुबह सात बजे ही पदाधिकारियों की टीम तेरसिया गंगाघाट पर पहुंच गयी थी. उसके बाद लगातार कार्रवाई चली. लेकिन बाद में करीब 1.30 बजे पासा पलट गया.
सोमवार की दोपहर करीब 1.30 बजे वहां काफी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जुट गयी. बालू व्यवसाय से जुड़े ग्रामीणों का नेतृत्व पंकज कुमार कर रहे थे. पंकज के नेतृत्व में तेरसिया गंगाघाट पर कार्रवाई कर रहे पदाधिकारियों का जोरदार विरोध शुरू हो गया. बालू व्यवसायियों पर कार्रवाई के लिए वहां पटना से खनन विभाग के ओएसडी अजय कुमार के अलावा जिला खनन पदाधिकारी रियाजुद्दीन, सदर एसडीओ रवींद्र कुमार, एएसपी अजय कुमार, औधोगिक थाना प्रभारी मधुरेंद्र कुमार, गंगाब्रिज थाना प्रभारी अवनिश कुमार के साथ भारी संख्या में पुलिस के जवान व अधिकारी वहां पहुंचे थे. ग्रामीणों के विरोध के कारण वहां कार्रवाई बंद कर सभी पदाधिकारी लौट गये.
पदाधिकारियों से उलझे ग्रामीण, किया हंगामा : बालू व्यवसायियों पर कार्रवाई करने पहुंचे पदाधिकारियों को तेरसिया के ग्रामीणों का कोपभाजन बनना पड़ा. काफी देर तक ग्रामीणों ने उक्त कार्रवाई के विरोध में हंगामा किया. इस दौरान सभी ग्रामीण छापेमारी के लिए गयी टीम से उलझे भी.
ग्रामीणों के नेतृत्वकर्ता पंकज का कहना था कि ग्रामीण अपने घर की महिलाओं के जेवरातों को बेच कर अपनी आजीविका के लिए बालू का व्यवसाय करते हैं. पदाधिकारियों पर उसने आरोप लगाया कि पदाधिकारी राजनीति से प्रेरित होकर वहां कार्रवाई करने पहुंचे थे. इस दौरान ग्रामीण काफी गुस्से में दिखे और वहां सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की.पंकज का कहना था कि पदाधिकारी बालू व्यवसाय से जुड़े ग्रामीणों की सच्चाई जाने बिना कार्रवाई करने पहुंच गये. ग्रामीणों के नेतृत्वकर्ता का यह भी कहना था कि सरकार के चले जाने के बाद राजद समर्थकों पर योजनाबद्ध तरीके से उक्त कार्रवाई की गयी है. सभी ग्रामीण व नेतृत्वकर्ता बालू के अवैध कारोबार के नाम पर पकड़े गये करीब एक दर्जन लोगों को छोड़ने की मांग कर रहे थे.
तेतरिया गंगाघाट किनारे होनी थी कार्रवाई
बालू खनन पर लगी थी रोक
मालूम हो कि सरकार ने बरसात को देखते हुए तीन महीने के लिए बालू खनन पर रोक लगा रखी है. जानकारी के अनुसार पूरे राज्य में बालू के खनन पर रोक लगायी गयी है. जिला खनन पदाधिकारी सहित अन्य का कहना है कि बालू खनन पर रोक के बावजूद वहां बालू का अवैध कारोबार किये जाने की सूचना मिली थी. इसी को ध्यान में रखते हुए वहां पटना से खनन विभाग के ओएसडी के अलावा जिले के पदाधिकारी भी पुलिस बल के साथ पहुंचे और सुबह सात बजे से ही कार्रवाई शुरू कर दी गयी.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
कार्रवाई के दौरान तेरसिया गंगाघाट से 12 लोगों को बालू के अवैध कारोबार करते हिरासत में लिया गया.12 नाव को भी जब्त किया गया, जिनका निबंधन नहीं कराया गया है. बालू का अवैध भंडारण भी वहां पाया गया. जब व्यवसायियों से चालान की मांग की गयी, तो वे चालान नहीं दिखा सके.
रवींद्र कुमार,सदर एसडीओ
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