11.3 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

जलजमाव से जूझ रहे मुहल्लेवासी

अनदेखी. बेकार साबित हो रहा लाखों की लागत से निर्मित नाला नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर दो विद्यापुरी स्थित रोड में जल-जमाव की वजह से स्थानीय लोगों को आवागमन में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. गत वर्ष लाखों रुपये की लागत से पक्का नाला का निर्माण कराया गया. लेकिन इससे मुहल्लेवासियों […]

अनदेखी. बेकार साबित हो रहा लाखों की लागत से निर्मित नाला

नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर दो विद्यापुरी स्थित रोड में जल-जमाव की वजह से स्थानीय लोगों को आवागमन में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. गत वर्ष लाखों रुपये की लागत से पक्का नाला का निर्माण कराया गया. लेकिन इससे मुहल्लेवासियों को कोई फायदा नहीं हुआ. निर्माण के तुरंत बाद ही मिट्टी डालकर नाले को बंद कर दिया गया.

सुपौल : नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर दो विद्यापुरी स्थित रोड में जल-जमाव की वजह से स्थानीय लोगों को आवागमन में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. यह स्थित तब है जब नगर परिषद द्वारा गत वर्ष लाखों रुपये की लागत से पक्का नाला का निर्माण कराया गया. यह अलग बात है कि इस नाले को निर्माण के तुरंत बाद ही मिट्टी डालकर नाले को बंद कर दिया गया. नाला से जल निकासी नहीं होने के कारण घरों से निकलने वाला गंदा पानी सड़क पर ही बहाया जाता है. बारिश के मौसम की कौन कहे यहां स्थिति यह है कि सालों भार सड़क पर पानी जमा रहता है.

नतीजा है कि लोग जरूरी कार्य से भी बाजार की ओर निकलने से कतराते हैं. जबकि मुहल्ले को मुख्यालय बाजार से जोड़ने वाली यह एक मात्र सड़क है. जब अंधेरे में इस गंदे पानी को उन्हें पार कर आना-जाना पड़ता है. वहीं छोटे-छोटे बच्चे इस गंदे पानी की वजह से स्कूल जाने से भी कतराते हैं. मुहल्ला वासियों ने अपना दुखड़ा सुनाते बताया कि बच्चों को उन्हें प्रतिदिन गोद में उठा कर पानी पार कराने की विवशता बनी हुई है. इस समस्या का समाधान नहीं होने के कारण मुहल्ले वासियों में काफी आक्रोश का माहौल व्याप्त है.

एक-दूसरे पर लगा रहे आरोप : नाला निर्माण के बाद इसे बंद कर दिये जाने के लिये नगर परिषद द्वारा पथ निर्माण विभाग को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. उनका कहना है कि उक्त सड़क पथ निर्माण विभाग के हवाले किया गया है. जिसके बाद उनके द्वारा सड़क निर्माण के क्रम में नालों को भर दिया गया. जबकि पथ निर्माण विभाग का कहना है कि स्थानीय लोगों द्वारा इस नाले में मिट्टी डाल कर बहाव को अवरूद्ध कर दिया गया है.

गत वर्ष हुआ था नाला का निर्माण

स्थानीय लोगों की समस्या को ध्यान में रख कर नगर परिषद द्वारा गत वर्ष लाखों रुपये की लागत से पक्का नाला का निर्माण कराया गया. इसके लिये तैयार प्राक्कलन में बढ़ोतरी कर इसे गजना धार तक ले जाया गया. ताकि घरों से निकलने वाले गंदा पानी व बारिश के पानी का समुचित रूप से बहाव हो सके. साथ ही लोगों को जल-जमाव की समस्या से छुटकारा मिल सके. लेकिन नाला निर्माण के कुछ ही दिन बाद इसे मिट्टी डाल कर बंद कर दिया गया. नाला को बंद कर दिये जाने की वजह से स्थानीय निवासियों को जल-जमाव की समस्या से जूझना पड़ रहा है.

स्थानीय वासी सह सामाजिक कार्यकर्ता अनिल कुमार सिंह ने कहा कि नाला निर्माण के नाम पर सरकारी राशि का दुरूपयोग किया गया है.

स्थानीय हरेकांत झा ने कहा कि पथ निर्माण विभाग को बसबिट्टी रोड से लेकर मेला रोड तक सड़क का निर्माण करना था. लेकिन विभाग द्वारा इसे अधूरा छोड़ दिया गया है. इस वजह से जल निकासी नहीं हो पा रही है.

प्रकाश कुमार ने कहा कि सड़क पर सालों भर पानी लगा रहता है. जिसके कारण उन्हें व मुहल्ला वासियों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

स्थानीय संजय कुमार ठाकुर ने बताया कि कभी शहर के अति महत्वपूर्ण मुहल्ले में शुमार विद्यापुरी को अपने हाल पर छोड़ दिया गया है. जिसकी वजह से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश का माहौल व्याप्त है.

जिलाधिकारी व नगर परिषद से की गयी शिकायत

जल जमाव के कारण आवागमन की समस्या से जूझ रहे वार्ड नंबर दो निवासी चंद्रशेखर चौधरी ने बीते 16 मई को जिला पदाधिकारी एवं नप के कार्यपालक पदाधिकारी को आवेदन देकर इस समस्या से अवगत कराते हुए कार्रवाई का अनुरोध किया था. लेकिन स्थिति यह है कि आज भी उक्त समस्या जस की तस बनी हुई है. आवेदन में श्री चौधरी ने बताया है कि वार्ड नंबर दो स्थित उनके घर के समीप राम लखन साह द्वारा पक्का नाला में मिट्टी डाल कर पानी का बहाव अवरूद्ध कर दिया गया है. इस वजह से आवागमन में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें